दिल्ली नगर निगम चुनाव में आज MCD के लिए दो प्रमुख दल आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) का भविष्य तय होने वाला है। 4 दिसंबर को एमसीडी के 250 वार्ड के लिए हुए मतदान की गिनती जारी है। एग्जिट पोल के मुताबिक, AAP एमसीडी में राज करने वाली है। अगर यहीं आंकड़ा जारी रहा तो 15 सालों से MCD में पैर जमाए बैठी BJP बाहर हो सकती है।
बढ़ेगा केजरीवाल-सिसोदिया का कद?
अगर एमसीडी चुनावों में आम आदमी पार्टी पार्टी जीत हासिल करती है तो वह लम्बे समय से राज कर रही बीजेपी को बाहर का रास्ता दिखा देगी। इन चुनावों में जीत के बाद उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया एक बड़ी भूमिका हासिल कर सकते हैं, वही पार्टी संयोजक अरविन्द केजरीवाल राष्ट्रीय स्तर पर उभरकर सामने आ सकते हैं। इसके साथ ही कथित शराब घोटाले को लेकर विपक्ष का सामना कर रहे सिसोदिया को उसका मुकाबला करने की ताकत मिलेगी।
'कट्टर ईमानदार' दावे को मिलेगी मजबूती
बीजेपी के विभिन्न आरोपों के बीच आम आदमी पार्टी और मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल खुद को 'कट्टर ईमानदार' बताते हैं। MCD चुनावों के लिए हुए प्रचार में AAP ने 'कट्टर ईमानदार' नारे के साथ ज़ोरशोर से प्रचार किया। ऐसे में अगर वह जीत जाती है तो 'कट्टर ईमानदार' वाले नारे की छाप छोड़ने में कामयाब हो सकती है। शराब घोटाले में जेल में बंद सत्येंद्र जैन को केजरीवाल लगातार 'कट्टर ईमानदार' नेता बताते रहे हैं।
केंद्रीय एजेंसियों का घेराव
खुद के मंत्रियों और नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों के एक्शन को केजरीवाल लगातार बदले की कार्रवाई बताते रहे हैं। केजरीवाल और सिसोदिया से लेकर पार्टी के छोटे-छोटे नेता भी केंद्र सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते रहे हैं। CBI, ED से लेकर IT तक आप नेताओं के खिलाफ एक्शन ले चुकी है।