लद्दाख की गलवान घाटी में हुए विवाद के बाद से देश में चीन के खिलाफ आक्रोश बढ़ता जा रहा है। देश के अलग-अलग हिस्सों में चीन का बहिष्कार करने की मांग की जा रही है। राजधानी दिल्ली में सोमवार को चीन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए चाइनीज सामान के साथ चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के पोस्टर जलाए गए।
दिल्ली के करोल बाग में ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के परिसंघ के सदस्यों ने गलवान घाटी में हुई झड़प के विरोध में चीनी सामान के शी जिनपिंग के पोस्टरों को आग के हवाले कर दिया। सीएआईटी के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि “हमने दिसंबर 2021 तक चीनी सामानों के आयात में 1 लाख करोड़ रुपये की कमी करने का फैसला किया है।”
राजस्थान के जयपुर व्यापार मंडल ने बड़ा फैसला लेते हुए किसी भी चाइनीज मोबाइल कंपनियों या चाइनीज प्रोडक्ट का डिस्प्ले दुकानों में नहीं होगा। जो लोग चाइनीज मोबाइल खरीदने आएंगे, उन्हें सैमसंग और नोकिया का मोबाइल दिखाया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून की रात को भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच एक अभूतपूर्व हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें एक अधिकारी सहित 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद से ही देश में चीन के खिलाफ लगातार प्रदर्शन जारी है।
इसके साथ ही सरकार से चीन को उसकी इस हरकत का जवाब देने की मांग कर रहे है। देशभर में चाइनीज सामान के बहिष्कार की मांग तेज होती जा रही है।