नयी दिल्ली: दिल्ली मेट्रो की आईटीओ से कश्मीरी गेट तक ‘हेरिटेज लाइन’ मेट्रो रविवार को शुरु होगी। रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने इस बहुप्रतीक्षित व्यावसायिक लांच को हरी झंडी दे दी है। केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल सुबह 10 बजे इस मेट्रो लाइन का शुभारंभ करेंगे, जबकि दोपहर 12 बजे के बाद इसे आम लोगों के लिये खोल दिया जाएगा।
यह मेट्रो लाइन पुरानी दिल्ली अथवा ‘घनी बस्ती’ वाले इलाके दिल्ली गेट, जामा मस्जिद और लाल किला तक पहुंच को आसन बनाएंगे। नयी मेट्रो लाइन जो फिलहाल फरीदाबाद से आईटीओ के बीच चलती है और वॉयलेट लाइन का ही विस्तार है अब यलो लाइन के चांदनी चौक और चावड़ी बाजार स्टेशनों की भीड़ का भी भार उठाएगी।
इस मेट्रो लाइन की शुरुआत के बाद घनी आबादी वाले बाशिंदों और मुगल कालीन ‘शाहजहांनाबाद’ और इसके आसपास के रहने वाले लोगों को राजधानी के प्रमुख व्यावसायिक केंद्र जैसे कनॉट प्लेस, जनपथ, केन्द्रीय सचिवालय और बाहरी इलाके फरीदाबाद तक जाने के लिये सीधी सुविधा मिलने लगेगी। लाल किले के पास ‘शाहजहांनाबाद’ की स्थापना 17वीं सदी में मध्य में मुगल बादशाह शाहजहां ने की थी।
मेट्रो लाइन के तीनों स्टेशन भूमिगत हैं और इन्हे उसी क्षेत्र के हेरिटेज की झलक प्रदान करने के अनुसार डिजाइन किया गया है। डीएमआरसी ने सीएमआरएस से मार्च में इस लाइन के निरीक्षण के लिये कहा था। सीएमआरएस देशभर में रेल यातायात और ट्रेन परिचालन की सुरक्षा संबंधी मामलों को देखने वाली नोडल एजेंसी है। डीएमआसी ने आईएसए (स्वतंत्र सुरक्षा निर्धारक) एजेंसी को भी इस लाइन की सिग्नल प्रणाली के लिये सुरक्षा प्रमाणपत्र के लिये दस्तावेज जमा कराये थे।
इस लाइन का परीक्षण पिछले साल अगस्त से शुरु किया गया था। सीएमआरएस सिविल एवं अभियांत्रिकी के विभिन्न पहलुओं को देखने के बाद ही किसी कॉरीडोर को व्यावसायिक परिचालन के योज्ञ होने की घोषणा करती है। डीएमआरसी के प्रमुख मंगू सिंह ने कहा कि पिछले साल दिसंबर में यह लाइन परिचालन के लिये तैयार थी, लेकिन श्रमिकों के संकट के बाद इसकी निर्माण गतिविधियां धीमी पड़ गयी, जिसके कारण इसमें देरी हुई।