लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

लोकसभा चुनाव पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

मोदी का कद्दावर मंत्री ‘मेट्रो’ में, किसी को भनक तक नहीं

ऊंची कुर्सी और सरकारी रुतबेदारी की सहूलियतें आसानी से हजम नहीं होती हैं। मोदी के विश्वासपात्र, खास और एक उच्च-शिक्षित कद्दावर मंत्री ने मगर इस कहावत को बेमानी साबित किया है।

ऊंची कुर्सी और सरकारी रुतबेदारी की सहूलियतें आसानी से हजम नहीं होती हैं। मोदी के विश्वासपात्र, खास और एक उच्च-शिक्षित कद्दावर मंत्री ने मगर इस कहावत को बेमानी साबित किया है। जमाने की नजर में इस मंत्री का पद भले ही ‘हाईप्रोफाइल’ है, मगर एक दिन पहले दिल्ली ‘मेट्रो’ रेल में आम आदमी के बीच सफर किया और किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी। 
तीन सिंतबर, 2019 की रात करीब 9 से साढ़े नौ बजे के बीच एक शख्स दिल्ली से मेट्रो ट्रेन की भीड़ में सवार हुआ। यात्रियों की बेतहाशा भीड़ तो नहीं थी। मगर जिस मेट्रो में यह शख्स (आधी बाजू की सफेद शर्ट, गले में लाल मोटा धागा और खाकी पैंट, बाएं हाथ में घड़ी बांधे, हाथ में काले रंग का कोई मोबाइल लिए और पावों में बिना फीते के काले जूते पहने) सवार हुआ, उसमें यात्रियों की संख्या कम भी नहीं थी। 
सीधे से कहें तो मेट्रो के उस डिब्बे में बैठने की सीट खाली नहीं थी। उन्हें दिल्ली से फरीदाबाद और फिर वापसी में इंदिरा गांधी हवाईअड्डे तक का सफर खड़े-खड़े ही तय करना पड़ा। 
आईएएनएस ने जब पूछा कि केंद्रीय मंत्री होकर भी मेट्रो में खड़े-खड़े यात्रा? जबाब देने के बदले उन्होंने पलट कर सवाल दागा, ‘क्यों क्या हुआ? इसमें हैरत की क्या बात? मैं मंत्री हूं तो क्या मेट्रो में यात्रा नहीं कर सकता? मेट्रो में यात्रा करने का अपना अलग ही लुत्फ है।’ 
मगर इस मेट्रो यात्रा का विचार कहां से आया? वह भी देर रात? उन्होंने कहा, ‘दरअसल मुझे फरीदाबाद में एक निजी समारोह में शामिल होना था। मन किया तो दिल्ली से मेट्रो पकड़ ली। रात 10 बजे के करीब फरीदाबाद में आयोजित समारोह में हिस्सा लिया। उसके बाद मेट्रो पकड़ कर दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे चला गया। मुझे दिल्ली से बाहर जाना था।’ 
आईएएनएस के पास मौजूद दो तस्वीरों में साफ दिखाई दे रहा है कि मंत्री महोदय आम इंसान की तरह एक से मेट्रो की स्टील रॉड (डंडा) पकड़े खड़े-खड़े मोबाइल पर बात कर रहे हैं। कोई भी तामझाम नहीं। साथ में एक और आम-सा शख्स मंत्री के पास खड़ा है। शायद उनका कोई परिचित या स्टाफ होगा। 
जी हां, यहां बात जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की हो रही है। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री रह चुके शेखावत ने 2014 के लोकसभा चुनाव में चार लाख से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की थी। राजस्थान के सीकर के महरौली गांव में तीन अक्टूबर, 1967 को जन्मे शेखावत ने आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की है। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

three + two =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।