राम मंदिर को लेकर बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने बड़ा बयान दिया है। रविवार को एक कर्यक्रम के दौरान सुशील मोदी ने कहा कि राम मंदिर अयोध्या में ही बनेगा। नमाज कहीं भी अदा की जा सकती है। लोगों की भावनाओं का सम्मान हो। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि समलैंगिक और अरबन नक्सली जैसे मामले में कोर्ट ने फैसला दे दिया, कर्नाटक में सरकार बनाने के मामले में रात के एक बजे सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खुला।
सुशील मोदी ने अपने भाषण में न केवल सुप्रीम कोर्ट को करोड़ों हिंदुओं की जन भावना के अनुरूप फ़ैसला देने का सुझाव दिया, बल्कि मुस्लिम समाज के लोगों को भी ये सलाह दी कि उस जगह पर मस्जिद बनाने की ज़िद छोड़ दीजिए, क्योंकि मस्जिद कहीं भी बन सकता है, लेकिन राम मंदिर कहीं और नहीं बन सकता।
क्योंकि राम का जन्मस्थान वहीं है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर पर सुनवाई को जनवरी तक टाल दिया है। अब जनवरी में सुुनवाई की तारीख तय की जाएगी। कोर्ट आज अयोध्या की राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि को तीन भागों में बांटने वाले 2010 के इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ दायर याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा था।