पंजाब केसरी/ नई दिल्ली : राजधानी में वजीरपुर स्थित दैनिक पंजाब केसरी के प्रांगण से लेकर निगम बोध घाट तक चहेतों का सैलाब और आंसुओं से गमगीन माहौल के बीच ‘अमर रहे-अमर रहे’ के नारों के बीच यह दैनिक पंजाब केसरी के एडीटर-इन-चीफ और करनाल से भाजपा के पूर्व सांसद अश्विनी कुमार चोपड़ा की अंतिम यात्रा थी।
शहीद शिरोमणि लाला जगतनारायण के पौत्र और अमर शहीद रमेश चंद्र के सुपुत्र श्री अश्विनी कुमार चोपड़ा की अंत्येष्टि पर ऐसी कोई आंख नहीं थी जो न रोयी हो।
उनके ज्येष्ठ पुत्र श्री आदित्य नारायण चोपड़ा ने जब मुखाग्नि दी तो ‘जब तक सूरज चांद रहेेगा अश्विनी मिन्ना का नाम रहेगा’, के नारे गूंज उठे।
उनके दोनों भाई आकाश चोपड़ा और अर्जुन चोपड़ा ने ‘दाग’ देते समय बड़े भाई के साथ यह परम्परा निभाई।
पंजाब केसरी पब्लिशर्स की निदेशक, वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब और जेआर मीडिया इंस्टीट्यूट की चेयरपर्सन श्रीमती किरण चोपड़ा, पुत्रवधू सोनम चोपड़ा , भाई अरविन्द चोपड़ा अश्रुपूर्ण आंखों से नियती की यह लीला देखते रहे।
आर्य समाज परम्पराओं के आवरण तले मंत्रोच्चारण के बीच श्री अश्विनी कुमार चोपड़ा की विदाई भी मीडिया जगत में एक इतिहास बन गई।
इस अवसर पर केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्धन, केंद्रीय मंत्री रामनाथ अठावले, दिल्ली के सीएम केजरीवाल,
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस महासिचव प्रियंका गांधी वाड्रा, हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष कुमारी शैलजा, सांसद राज्यवर्धन राठौर, प्रवेश वर्मा, हंसराज हंस,
रमेश विधूड़ी, हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा, पूर्व मंत्री रमाकांत गोस्वामी, जगदीश टाइटलर, अनिल भारद्वाज, पूर्व सांसद दीपेंद्र हुड्डा, रमेश कुमार, त्रिलोचन सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल,
शाहनवाज हुसैन के अलावा भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा, और आरएसएस के सुधांशु मित्तल, भोलानाथ विज, तरुण विजय, जगदीश मित्तल के अलावा अनेक राजनीतिक हस्तियां और सामाजिक नेता इस अवसर पर उपस्थित थे।
दिल्ली प्रैस के मालिक और इंडियन लैंग्वेज न्यूजपेपर एसो. के अध्यक्ष परेश नाथ, डीडीसीए के पूर्व अध्यक्ष और इंडिया टीवी के ‘आपकी अदालत’ फेम रजत शर्मा, विनोद दुआ, शीतल विज, तरुण विजय, एसके तिजारावाला, परमजीत सरना, हरिन्द्र सरना, डा. महेंद्र नागपाल, सुभाष आर्य, साधना टीवी के एमडी राकेश गुप्ता,
दिल्ली कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मुकेश शर्मा, जगप्रवेश चंद्र, कुलदीप भोगल, तरविन्द्र मारवाह, परमजीत पम्मा, जयभगवान अग्रवाल, प्रवीण बंसल, जयसिंह कटारिया, विनोद बंसल, गायक शंकर साहनी, रघुवीर जोड़ा, प्रो. रत्न जैन, मो. शकील सैफी, सुभाष जिन्दल, रजनीश गोयल, विजय जौली,
गोवा के राजा देविन्द्र सिंह, जगमोहन भनौट आदि सरीखे गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। दिल्ली पंजाब केसरी के समस्त स्टाफ के अलावा विभिन्न राज्यों के सभी ब्यूरो और अन्य समाचार पत्रों के प्रतिनिधि और विभिन्न पत्रकार संघ के पदाधिकारियों ने भी इस मौके पर श्री अश्विनी कुमार भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
दैनिक पंजाब केसरी के कार्यालय में शनिवार को हजारों लोगों ने श्री अश्विनी कुमार के अंतिम दर्शन किए और आज प्रातः उनकी अंतिम यात्रा आरंभ हुई फूलों से सजे ट्रक में चारों ओर श्री अश्विनी कुमार के विशाल चित्र सजे हुए थे। निगम बोध घाट तक उनके संपादकीय लेखों और उनकी नेक जीवनमाला का ही लोग उल्लेख कर रहे थे।
यमुना किनारे स्थित ऐतिहासिक श्मशान घाट पर अंतिम क्रियाएं मंत्रोच्चारण के बीच निभाई गई। पार्थिव शरीर को पहले शिव चबूतरे पर रखने के बाद गंगा-यमुना के जल से पवित्र स्नान कराया गया।
परम्परा के अनुसार आदित्य नारायण चोपड़ा, आकाश चोपड़ा और अर्जुन चोपड़ा ने परिक्रमा के बाद मटका फोड़ दिया जो अंत्येष्टि से पूर्व की आखिरी रस्म थी। उसके बाद वीवीआईपी अंत्येष्टि स्थल पर पार्थिव शरीर ले जाया गया जहां देखते ही देखते श्री अश्विनी कुमार का शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया।
सोमवार को प्रातः 9 बजे अस्थियां एकत्रित करने की रस्म निगम बोध घाट पर निभाई जाएगी।
मंगलवार 21 जनवरी को दोपहर 2.00 से 3.00 बजे सिरीफोर्ट स्टेडियम में रस्म चौथे की परम्परा भजन संध्या के रूप में आयोजित की जाएगी। यह अश्विनी कुमार की श्रद्धांजलि सभा होगी।