राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मुंडका इलाके में शुक्रवार शाम चार मंजिला इमारत में लगी आग में अब तक 27 लोगों की मौत हो गई हेयर और करीब 12 लोग घायल है। इसके अलावा बिल्डिंग में काम करने वाले कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने अब तक फैक्ट्री के मालिक सतीश गोयल और वरुण गोयल को हिरासत में ले लिया है और उनके ऊपर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है।
हालात का जायजा लेने जाएंगे सीएम केजरीवाल
मुंडका में जिस इमारत में आग लगी है वहां सीसीटीवी कैमरे और राउटर के निर्माण एवं पैकेजिंग होती थी जिसमे महिलाएं भी काम करती थी। इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी सुबह करीब 9:30 बजे घटना स्थल पर पहुंचकर हालात का जायजा लेंगे। बता दें कि, यह आग शुक्रवार शाम करीब 4:30 पर लगी थी जिसके बाद बिल्डिंग से धुंआ निकलना शुरू हो गया था। जिस समय यह आग लगी उसे समय इमारत में करीब 76-77 लोग मौजूद थे। जैसे ही आग फैली वहां मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई।
हालात का जायजा लेने जाएंगे सीएम केजरीवाल
मुंडका में जिस इमारत में आग लगी है वहां सीसीटीवी कैमरे और राउटर के निर्माण एवं पैकेजिंग होती थी जिसमे महिलाएं भी काम करती थी। इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी सुबह करीब 9:30 बजे घटना स्थल पर पहुंचकर हालात का जायजा लेंगे। बता दें कि, यह आग शुक्रवार शाम करीब 4:30 पर लगी थी जिसके बाद बिल्डिंग से धुंआ निकलना शुरू हो गया था। जिस समय यह आग लगी उसे समय इमारत में करीब 76-77 लोग मौजूद थे। जैसे ही आग फैली वहां मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई।
अभी भी लापता है कई लोग
बता दें कि, दमकल विभाग को जैसे ही आग लगने की खबर लगी वहां 30 गाड़ियां मौके पर भेजी गई। खबरों के मुताबिक जिस बिल्डिंग में यह काम चल रहा था उसे एनओसी भी नहीं मिली थी। इमारत में लगी आग की घटना को 15 घंटे बीत चुके हैं, लेकिन अभी भी कुछ लोग लापता बताए जा रहे हैं। वहीं कुछ शव ऐसे है, जिनकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। इन सब में फोरेंसिक टीम की मदद ली जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि ज्यादातर शव इस हद तक जल गए है कि उनकी शिनाख्त करने में परिजनों को काफी मुश्किल हो रही हैं। घटनास्थल पर मिले शवों को संजय गांधी अस्पताल लाया गया। अस्पताल में पूरी रात अफरा-तफरी का माहौल रहा। लापता व्यक्तियों और शिनाख्त करने आए परिजनों का आना-जाना लगा रहा।
बता दें कि, दमकल विभाग को जैसे ही आग लगने की खबर लगी वहां 30 गाड़ियां मौके पर भेजी गई। खबरों के मुताबिक जिस बिल्डिंग में यह काम चल रहा था उसे एनओसी भी नहीं मिली थी। इमारत में लगी आग की घटना को 15 घंटे बीत चुके हैं, लेकिन अभी भी कुछ लोग लापता बताए जा रहे हैं। वहीं कुछ शव ऐसे है, जिनकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। इन सब में फोरेंसिक टीम की मदद ली जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि ज्यादातर शव इस हद तक जल गए है कि उनकी शिनाख्त करने में परिजनों को काफी मुश्किल हो रही हैं। घटनास्थल पर मिले शवों को संजय गांधी अस्पताल लाया गया। अस्पताल में पूरी रात अफरा-तफरी का माहौल रहा। लापता व्यक्तियों और शिनाख्त करने आए परिजनों का आना-जाना लगा रहा।