पश्चिमी दिल्ली : अलीपुर के नहर के ठोकर संख्या-17 में गणेश जी का मूर्ति विसर्जन करने दिल्ली यूनिवर्सिटी के चार छात्रों की नहर में डूबने से मौत हो गई। घटना गुरुवार शाम की है, जिस दौरान हुए हादसे में मरने वालों में दो लड़कियां भी शामिल हैं। हादसे की सूचना पर पहुंची गोताखोरों की टीम ने तलाशी अभियान चलाते हुए दो शवों को तो गुरुवार रात ही बरामद कर लिया था, जबकि दो अन्य को शुक्रवार को बरामद किया गया।
सभी के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। घटना की पुष्टि करते हुए पुलिस के एक अधिकारी ने मृतकों की पहचान के पॉलिटिकल साइंस फाइनल की छात्रा पार्वती उर्फ प्रियंका (21 ), बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा पिंकी शाह (20), बीए द्वितीय वर्ष का छात्र उमेश यादव (21) और आर्यभट्ट कॉलेज से बीए फाइनल वर्ष का छात्र निखित कुमार ब्रहमपाल (21) के तौर पर की है।
चारों ही नांगलोई इलाके रहने वाले थे। गुरुवार को चारों अलीपुर इलाके में नहर के किनारे पहुंचे हुए थे और नहर में नहा रहे थे। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रही है।
दो दिनों तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन, चारों शव बरामद…
हादसे की सूचना पर स्थानीय पुलिस के अलावा दमकल विभाग, गोताखोर की टीम, सिविल डिफेंस की टीम व अन्य टीमें मौके पर पहुंचकर शव की तलाश शुरू की। बोट क्लब के इंचार्ज हरीश कुमार ने बताया कि गोताखोरों की टीम ने रात करीब 9.07 बजे तक डूबे लोगों की तलाश कर दो शवों को बरामद कर लिया। हालांकि अंधेरे में आधी रात के समय रेस्क्यू ऑपरेशन बंद करना पड़ा।
पिंकी के जन्मदिन की हो रही थी तैयारी
पिंकी की मां ने बताया कि उनकी बेटी का शुक्रवार को जन्मदिन था, जिसके लिए तैयारी भी की जा रही थी। उसने बताया था वह सहेलियों के साथ मूर्ति विसर्जन के लिए जा रही है और लौटते समय जन्मदिन की पार्टी के लिए कुछ सामान भी लेकर आएगी। लेकिन उससे पहले ही उसके नहर में डूबने की खबर आ गई। वह सीए की भी तैयारी कर रही थी।
पहले भी डूब चुके हैं कई लोग
13 मई 2018: नांगलोई के रहने वाले प्रवीण की नहर से लाश मिली।
15 मई 2018: समयपुर बादली इलाके में रहने वाले मनीष की डूबने से मौत हुई।
4 सितम्बर 2017: गणेश विसर्जन करने आए मंगोलपुरी के आंशू और रंजन की डूबने से मौत।
22 जून 2017: रोहिणी क़े आठ साल के प्रिंस की डूबने से मौत।
मूर्ति विसर्जन के बहाने नहाने पहुंचे थे चारों… बताया जाता है कि करीब 30 से 35 लड़के-लड़कियां गुरुवार शाम को मूर्ति विसर्जन के लिए नहर किनारे पहुंचे थे। जहां पुलिस व सिविल डिफेंस के लोगों ने उन्हें मूर्ति विसर्जन करने से मना कर भलस्वा घाट जाने को कहा। जिसपर चारों ने बताया कि वे मूर्ति विसर्जन के लिए नहीं आए हैं। बाद में पुलिस के जाने के बाद चारों नहर में नहाने के लिए चले गए।
कुछ चश्मदीदों की मानें तो नहाते समय 8 युवक-युवती नहर में उतरे थे। नहाते समय अति उत्साह में एक लड़की नहर के बीच जाने लगी और गहरे पानी में खुद को संभाल नहीं पाई और डूब गई। उसे डूबता देख बचाने गई दूसरी युवती भी डूब गई। दोनों को डूबता देख उनके साथ आए दोनों युवक भी उन्हें बचाने के लिए उनकी तरफ लपके, लेकिन वे खुद को भी नहीं बचा सके और डूब गए।