नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद ‘स्वच्छता अभियान’ चलाया, जिसकी बानगी 2019 के चुनावी मतगणना केंद्र नंद नगरी में भी दिखाई दिया। दरअसल यहां मौजूद पुलिसकर्मी, मीडिया और मतगणना में शामिल लोग जहां एक ओर गिनती और आंकड़ों में नजर गढ़ाए हुए थे वहीं दूसरी तरफ चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की निगाहें मतगणना केंद्र की गंदगी पर टीकी हुई थी।
स्वच्छता की प्रमुखता यहां के केंद्र में साफ दिखाई दे रहा था। लोग पानी पीने के बाद ग्लास और नास्ते के दोने बेशक यहां रखे हुए डस्टबिन में डाल रहे थे। मगर कुछ लोग यहां-वहां गंदगी फेंकते हुए भी नजर आए। बावजूद इसके सफाईकर्मचारियों ने निष्ठा के साथ अपना कार्य करता दिखाई दे रहे थे। दोपहर करीब 1.30 बजे एमसीडी की दो गाड़ियां भरकर गंदगी बाहर ले गई।
रिजर्व कर्मियों में दिखी नाराजगी…
सुबह से मतगणना केंद्र में तैनात करीब 150 रिजर्व कर्मियों की नाराजगी दोपहर बाद सार्वजनिक हो गया। दरअसल इनकी शिकायत थी कि सुबह से ही ये लोग यहां तैनात हैं लेकिन प्रशासन ने उनके लिए खाने-पीने की व्यवस्था नहीं की है। नाराज रिजर्वकर्मी दोपहर करीब एक बजे इक्ट्ठा होकर यहां मौजूद अधिकारियों से अपनी समस्याएं रखीं। जिसके कुछ समय बाद ही इनके लिए खाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने की घोषणा की गई।
नीलकंठ की शरण में दिखे तिवारी…
उत्तरी-पूर्वी दिल्ली के प्रत्याशी मनोज तिवारी सुबह-सुबह नीलकंठ की शरण में दिखाई दिए। उनकी पूजा-अर्चणा की वीडियो वाट्सअप में खूब शेयर किया गया। दोपहर बाद वह खूद अपने समर्थकों के साथ मतगणना केंद्र नंद नगरी पहुुंचे। जहां मोदी-मोदी के नारों के बीच पटाखों की आवाज कुंद होती नजर आईं। वहीं दूसरी ओर आप प्रत्याशी दीलिप पांडे एक बार भी केंद्र से बाहर नहीं निकले। जबकि कांग्रेस उम्मीदवार शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित और बहन मतगणना केंद्र में मौजूद रहीं।