गामी 12 मई को दिल्ली में लोकसभा की सात सीटों के लिए मतदान होगा। ऐसे में राजनीति का पारा मौसम के साथ-साथ रोजाना बढ़ रहा है। भाजपा एक तरफ सातों सीटें दोबारा जीतने का दावा कर रही है तो वहीं दिल्ली में काबिज आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार और कांग्रेस प्रत्याशियों से उनका कड़ा मुकाबला माना जा रहा है। आम आदमी पार्टी हर दिन भाजपा पर हमला कर रही है। ऐसे में राजनीति में हर दिन हो रही उठा-पटक और प्रत्याशियों की वास्तविक स्थिति पर प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी आप के मुुुखिया केजरीवाल पर बड़ा हमला बोला है। मनोज तिवारी का आरोप है कि केजरीवाल के पास हवाला का पैसा है। मनोज तिवारी ने केजरीवाल के थप्पड़ कांड पर भी शक जताया है। केजरीवाल के मोदी विरोध पर भी उन्होंने तंज कसा है। इन्हीं तमाम मुद्दों पर पंजाब केसरी के मेट्रो एडिटर सतेन्द्र त्रिपाठी और प्रमुख संवाददाता राहुल शर्मा की खरी-खरी…
केजरीवाल ने हाल ही में पूर्ण राज्य के मुद्दे पर वोट मांगना छोड़कर दूसरे मुद्दे उठाने लगे हैं, लेकिन इन सबके बीच काम का मुद्दा कहां है?
अरविंद केजरीवाल के पास लूटा हुआ धन है, हवाला का रुपया है। उनके पास दिल्ली की जनता की गाढ़ी कमाई है। उनके गुरुजी अन्ना हजारे भी बोल चुके हैं कि उन्हें उम्मीद की केजरीवाल दिल्ली को संभालेंगे, लेकिन वे भी सत्ता और पैसे में चूर हो गए। दिल्ली में कोई स्थान ऐसा नहीं है, जहां केजरीवाल ने होर्डिंग न लगाया हो। होर्डिंग वाले स्थानों पर भले ही सड़क टूटी हो, बस स्टैण्ड टूटा हो, लेकिन उन पर किसी का कोई ध्यान नहीं है। इतनी राशि का वे दुरुपयोग कर रहे हैं, जब मन करेगा होर्डिंग बदल देंगे। भ्रष्टाचार में लिप्त रहने वाला जब तक सत्ता में रहेगा ऐसा करेगा। केजरीवाल अभी तक पूर्ण राज्य-पूर्ण राज्य बोल रहे थे, अचानक नरेन्द्र मोदी, मनोज तिवारी और भाजपा को होर्डिंग लगाकर गाली देने लगे हैं।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली और दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला किससे है?
दिल्ली में त्रिकोणीय मुकाबला है, लेकिन जनता भाजपा के पक्ष में है। कांग्रेस-आप के प्रत्याशी क्योंकि मैदान में हैं तो कुछ वोट प्रतिशत पर उनका कब्जा है। मेरा मत है कि भाजपा को दिल्ली से 60 फीसद मत मिलेंगे, जबकि कांग्रेस-आप 20-20 फीसदी में बंटे हुए हैं।
केजरीवाल ने अभी बोला है कि पाकिस्तान के साथ नरेन्द्र मोदी की सेटिंग है, इस पर आपकी क्या राय है?
हम तो चाहते हैं कि भारत-पाकिस्तान की सेटिंग आतंकवाद से लड़ने, गरीबी दूर करने, साउथ एशिया में शांति कैसे स्थापित हो। हम इन विषयों को लेकर सेटिंग कर रहे हैं, प्रधानमंत्री का अचानक वहां चले जाना या शपथ के मौके पर सभी को निमंत्रण देना। ये सब प्रयास ही तो है। दुख इस बात का है कि पाकिस्तान आतंकवाद को शह देने के लिए कांग्रेस से सेटिंग में है, देशद्रोहियों को शह देने के लिए केजरीवाल से सेटिंग में है। इनका चुनाव यहां होता है और प्रचार पाकिस्तान में होता है। देश इन बातों को अच्छी तरह से जान चुका है।
ऐसे कार्य जो आप करना चाहते थे और नहीं कर सके?
मैं चाहता था कि मेट्रो के चौथे फेज का कार्य शुरू हो जाता, क्योंकि मेट्रो लाइन उससे आगे बढ़कर भोपुरा बॉर्डर तक चली जाती। हमने शुरू किया, लेकिन ग्राउंड पर काम शुरू नहीं हो सका। अरविंद केजरीवाल ने इस पर विलंब करवा दिया। मैं तो हर तरह से तैयार था, लेकिन दिल्ली सरकार ने सहयोग नहीं किया। केन्द्रीय मंत्री हरदीप पुरी का भी काफी सहयोग मिला। खजूरी से शास्त्री पार्क बीच जाम के कारण आधा घंटे का समय लगता है, लेकिन सुबह-शाम तो वहां तीन-तीन घंटे जाम रहता है। अब शास्त्री पार्क से खजूरी, वहां से करावल नगर, वहां से ट्रोनिका सिटी जाना सुगम हो जाएगा। शास्त्री पार्क से बागपत 25 मिनट में पहुंच जाएंगे और मेरठ का सफर 45 मिनट में पूरा हो जाएगा।
दिल्ली की जनता से आप क्या कहना चाहेंगे?
मैं दिल्ली की जनता से कहना चाहता हूं कि ये देश ऐसे मोड़ पर खड़ा हो गया है, जहां हमने आतंकवाद, भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार किया है। हमने घर की रसाई में खुशियां दी, शौचालय बनवाए, पांच लाख का स्वास्थ्य बीमा कराया और बेघरों को घर दे रहे हैं। हम लोगों को बैंकों से जोड़ रहे हैं और व्यापारियों को पेंशन देने जा रहे हैं। विश्व में नरेन्द्र मोदी देश की गरिमा को बढ़ा रहे हैं। इसलिए जनता कांग्रेस का चुनावी घोषणा पत्र पढ़े, जिसमें लिखा है कि सत्ता में आए तो पाकिस्तान के नारे लगाने वालों को कोई सजा नहीं देंगे। आतंकवादी और अलगाववादियों से बात करेंगे। सेना की शक्ति को कम करेंगे। मेरी प्रार्थना है दिल्ली के लोगों से है कि कांग्रेस और आप को अपने दरवाजे पर जगह मत दीजिए, क्योंकि ये आपके बच्चों के शत्रु हैं।
आपके कार्यकाल में उत्तर-पूर्वी संसदीय क्षेत्र में क्या-क्या विकास कार्य हुए और आपको लगता है कि पिछले लोकसभा चुनाव जितना मत फीसद भाजपा को पुनः मिल पाएगा?
देखिए पिछली बार भाजपा को 45 फीसद वोट मिले थे और इस बार हमें 58 से 60 फीसद वोट मिलेंगे। कांग्रेस प्रत्याशी शीला दीक्षित पहले भी इस सीट से चुनाव हार चुकी हैं। इस क्षेत्र की दुर्दशा के लिए पहले शीला दीक्षित और अब अरविंद केजरीवाल की सरकार दोषी हैं। मेरे सांसद बनने के बाद क्षेत्र में सिग्नेचर ब्रिज बना, मेट्रो आयी, रेलवे हॉल्ट बना, केन्द्रीय विद्यालय बना, एलिवेटिड रोड बना, शास्त्री पार्क फ्लाईओवर बना, सीलमपुर पुल डबल हो रहा है और पासपोर्ट कार्यालय खोला गया। इन सभी विकास कार्यों का मुझे गर्व है।
आप अपना मुकाबला किस प्रत्याशी से सीधे तौर पर मानते हैं?
हमारा मुकाबला उत्तर-पूर्वी की दुर्दशा से है। शीला दीक्षित मुख्यमंत्री थीं और सिग्नेचर ब्रिज के निर्माण को रोककर रखा गया। साहिब सिंह वर्मा मुख्यमंत्री थे जब सिग्नेचर ब्रिज की नींव रखी गई। शीला दीक्षित आईं तो ब्रिज का पैसा तो निकाला, लेकिन ब्रिज नहीं बनाया गया। 265 करोड़ की लागत से बनने वाला पुल 1100 करोड़ तक पहुंच गया। मैं जब सांसद बना तो राष्ट्रपति शासन दिल्ली में लगा हुआ था। हमने शुरुआत के सात-आठ माह के दौरान ही 33 करोड़ रुपए स्वीकृत करवाए और सिग्नेचर ब्रिज के कार्य को गति दी गई।
मैंने जब पहली बैठक ली तो जानकारी हुई कि 1100 करोड़ रुपया सिग्नेचर ब्रिज पर लग चुका है। केवल सड़क बनाई गई थी और पुल का ढांचा भी नहीं दिखाई दे रहा था। दिल्ली की दुर्दशा के लिए 55 फीसदी शीला और 45 फीसदी केजरीवाल जिम्मेदार हैं। पहले शीला ने 15 साल राज करने के बावजूद उत्तर-पूर्वी िदल्ली के िलए कुछ नहीं िकया, यह इलाका आज भी बहुत िपछड़ा हुआ है।