नई दिल्ली : निजी स्कूलों में अपने बच्चों के नर्सरी कक्षा में दाखिले को लेकर अभिभावकों द्वारा जद्दोजहद जारी है। दाखिले के लिए फॉर्म भरने के दिन कम के साथ-साथ अभिभावकों की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं। दिसंबर माह के अंत तक दाखिला फॉर्म भरे जाने हैं। अधिकतर अभिभावक घर के नजदीकी सभी स्कूलों के फॉर्म भर रहे हैं।
तो वहीं स्कूल भी नेबरहुड (नजदीकी आवेदक) क्राइटेरिया को तवज्जो देते हुए बच्चों को अधिक से अधिक अंक (प्वाइंट्स) दे रहे हैं। सैकड़ों स्कूलों में नेबरहुड क्राइटेरिया पर बच्चों को 100 में से 80 अंक दिए जा रहे हैं। इससे यह साफ है कि इस बार बच्चों को घर से स्कूल की कम दूरी होने का काफी लाभ मिलेगा।
पक्के दाखिलों में भी यही क्राइटेरिया अहम होगा। स्कूलों में मैन्युअल रूप से भरने आने वाले अभिभावकों की मदद के लिए कई स्कूलों में हेल्प डेस्क लगाए गए हैं। यहां अभिभावकों को फॉर्म भरने में सहायता देने के साथ-साथ दाखिला संबंधी सलाह भी दी जा रही है।
वहीं ऑनलाइन फॉर्म भरने वालों के लिए भी ऑनलाइन ही सहायता की सुविधा उपलब्ध है। नर्सरी दाखिला विशेषज्ञ सुमित वोहरा ने बताया कि दाखिले को लेकर रोजाना उनके पास दर्जनों अभिभावकों के फोन आ रहे हैं। दस्तावेजों व क्राइटेरिया को लेकर अधिक सवाल किए जा रहे हैं।
चयनित आवेदक 16 दिसंबर तक करें रिपोर्ट
शैक्षणिक सत्र 2019-20 के लिए ईडब्ल्यूएस, डीजी व सीडब्ल्यूएसएन की खाली सीटों पर निकाले गए ड्रा में चयनित आवेदक आवंटित स्कूल में अब 16 तक रिपोर्ट कर सकते हैं। शिक्षा निदेशालय की प्राइवेट स्कूल ब्रांच ने चयनित बच्चों को स्कूल में रिपोर्ट दाखिला लेने का अंतिम अवसर दिया है।
अगर इसके बाद भी चयनित बच्चे आवंटित स्कूलों में नहीं जाते हैं तो ये खाली सीटें ही रहेंगी। बता दें कि शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए ईडब्ल्यूएस दाखिले के लिए शिक्षा निदेशालय जल्द गाइडलाइंस जारी कर सकता है।