यमुना
एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल अथॉरिटी ने बढ़ती दुर्घटनाओं को देखते हुए, आज से एक्सप्रेसवे पर स्पीड लिमिट को
लेकर कुछ नए नियम लागू किये हैं। हर वाहनों के लिए अलग–अलग स्पीड निर्धारित किया गया है। सर्दी
के मौसम में अधिक कोहरा बढ़ने के कारण सड़क दुर्घटना की संभावनाएं अत्यधिक हो जाती है। अतः दुर्घटनाओं को रोकने
के लिए स्पीड लिमिट को लेकर कुछ बदलाव किया गया है, अथॉरिटी ने हलके वाहन की स्पीड 100 km/h से घटा कर
80 किलो मिटर प्रति घण्टा कर दिया है,
भारी
वाहन 80 से
घटा कर 60 किलो मिटर प्रति घंटा कर दिया गया है।
यमुना
एक्सप्रेसवे अथॉरिटी का नया नियम
15 दिसंबर
‘यानि
आज से’
शुरू हो कर 15 फरवरी तक लागु रहेगा। एक्सप्रेसवे अथॉरिटी का यह नियम कोहरे
से होने वाले दुर्घटना से बचाव के लिए लिया गया है, उललंघन करने पर 2000/- रुपय
तक के चालान का प्रावधान किया गया है।
सीसीटीवी
की निगरानी में वाहन के स्पीड की निगरानी की जाएगी तथा चालक को अगले टोल पर स्पीड
के अनुसार एक्सप्रेसवे पर
ओवर
स्पीड के लिए चालान किया जायेगा
। चालान
नहीं भरने पर लाइसेंस रद्द करने का प्रावधान है। यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी के
सीईओ ‘अरुण
वीर सिंह’ ने कहा की, एक्सप्रेसवे पर दुर्घटनाएं कम करने के लिए यह नियम लागु किया गया है।
यमुना
एक्सप्रेसवे पर चालकों के लिए चाय उपलब्ध करने का आदेश
दरअसल यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी ने
एक्सप्रेसवे पर बढ़ते एक्सीडेंट की वज़ह से ये फैसला लिया है। अथॉरिटी का कहना है की
चालक के सोने की वजह से एक्सप्रेसवे पर सबसे जयादा दुर्घटनाएं होती हैं। यमुना
एक्सप्रेसवे अथॉरिटी के डाटा के अनुसार 45% दुर्घटनाएं नींद के कारण होती हैं, इसलिए सभी टोल ऑपरेटर्स टोल पर वाहन चालकों को ‘चाय’ उपलब्ध कराने की अनुमति दी है।