राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) की एक टीम ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया परिसर में पिछले महीने पुलिस कार्रवाई के दौरान घायल हुए छात्रों के बयान दर्ज करने के लिए मंगलवार को वहां का दौरा किया। इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि करीब 35-40 छात्र आयोग के समक्ष अपने बयान दर्ज कराने के लिए उपस्थित हुए।
आयोग ने एसएसपी मंजिल सैनी के नेतृत्व में एक टीम इस बात की जांच करने के लिए नियुक्त की है कि क्या विश्वविद्यालय परिसर में हुई घटनाओं में मानवाधिकार हनन हुआ है। उल्लेखनीय है कि 15 दिसंबर की रात दिल्ली पुलिस जामिया विश्वविद्यालय में दाखिल हुई थी।
छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने लाइब्रेरी में घुसकर तोड़फोड़ की और छात्रों को बुरी तरह से पीटा। छात्रों के मुताबिक, इस दौरान दिल्ली पुलिस ने लाइब्रेरी में आंसू गैस के गोले भी फेंके थे।