नई दिल्ली : दिल्ली हाईकोर्ट में निर्भया गैंगरेप मामले में चार दोषियों में से एक दोषी मुकेश ने निचली अदालत द्वारा जारी डेथ वारंट को निरस्त कराने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर कर चुनौती दी है। दोषी मुकेश की याचिका जस्टिस मनमोहन और जस्टिस संगीता ढींगरा सहगल की बेंच के समक्ष बुधवार को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया है।
पटियाला हाउस कोर्ट इस मामले के चारों दोषियों के खिलाफ 7 जनवरी को डेथ वारंट जारी करते हुए 22 जनवरी को सुबह सात बजे तिहाड़ जेल में फांसी पर लटकाने का आदेश दे चुकी है। ये मामला दिसंबर 2012 का है। जब चलती बस में 23 साल की पैरामेडिकल स्टूडेंट के साथ 6 लोगों ने गैंगरेप किया था। इस दौरान सभी ने मिलकर उसके साथ क्रूरतम व्यवहार किया था और उसे घायल अवस्था में मरने के लिए सड़क पर फेंक दिया था।
घटना के कुछ दिनों बाद निर्भया की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इस मामले में निचली अदालत ने आरोपियों को दोषी ठहराते हुए उन्हें फांसी की सजा सुनाई थी। इसके बाद हाईकोर्ट ने 13 मार्च 2014 को और सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2017 में दोषियों की याचिकाओं को खारिज कर दिया था। 6 लोगों में से एक ने जेल में ही फांसी लगा ली थी। जबकि एक नाबालिग अपनी सजा काट कर बाहर आ चुका है। हाल ही में पटियाला हाउस कोर्ट ने चारों दोषियों का डेथ वारंट जारी किया है।