निर्भया की मां आशा देवी ने दोषी मुकेश की याचिका पर कहा कि सब अदालतों को पता है कि कैसे फांसी को बार-बार आगे बढ़ाया जा रहा है। ये चौथा डेथ वारंट है। अब उनकी कोई याचिका बाकी नहीं है तो मुझे पूरा विश्वास है कि उनको 20 मार्च को फांसी होगी, जरूर होगी और निर्भया को इंसाफ मिलेगा। 6 मार्च को मुकेश के भाई सुरेश ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी।
दोषियों के घरवालों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पात्र लिखा
चारों दोषियों को 20 मार्च को सुबह 5:00 बजे फांसी दी जाएगी। तिहाड़ में चौथी बार फांसी की तैयारियां चल रही हैं। इसी के साथ निर्भया के दोषियों के घरवालों ने संयुक्त रूप से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग की है।
परिजनों ने राष्ट्रपति से अनुरोध किया है कि जब उनके बेटों की दया याचिकाएं खारिज कर दी गई है। तो उनके पास अब मरने के अलावा कोई रास्ता नहीं है, उन्हें फांसी दे दी जाए। उन्होंने पत्र में लिखा कि ऐसे कोई पाप नहीं हैं जिसे माफ नहीं किया जा सकता है। हमारे देश में महापापी (महान पापी) को क्षमा कर रहे हैं। बदला की परिभाषा शाक्ति नहीं है, क्षमा करना शक्ति है।