पटना : हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ दानिश रिजवान ने राष्ट्रीय लोक समता पार्टी प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा को नीच कहे जाने को लेकर कड़ा एतराज़ ज़ाहिर किया है। डा0 दानिश ने कहा कि बिहार की सत्ता को हाथ से जाते हुए देख बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मुँह केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा को नीच कह जाने की बात शोभा नहीं देती । इसके लिए तुरंत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को माफ़ी माँगनी चाहिए। दानिश ने कहा कि जब से केंद्र में मोदी जी की सरकार आयी है तब से राजनीतिक मर्यादाएं तार तार हो रही है | विवादित बोल के कारण जिस तरीक़े से नेताओं को ऊँची जगह मिल रही है।
उससे एक पर एक गंदी बयानबाजी की शुरुआत हुई | जिसका नतीजा है कि केंद्रीय मंत्रियों तक को नीच जैसे शब्द सुनने पड़ रहे हैं। इस तरह की परंपरा की शुरुआत मोदी सरकार में बोली जा रही है। जो भारत की स्वस्थ राजनीति में गंदगी फैला रही है | इस तरह की भाषाओं पर रोक लगनी चाहिए। दानिश ने कहा कि जब कुशवाहा समाज के लोगों ने उपेंद्र कुशवाहा को नीच कहे जाने को लेकर पटना की सड़कों पर प्रदर्शन किया। तो नीतीश कुमार की पुलिस ने उनकी जमकर पिटाई की। इस पिटाई का हिसाब आने वाले चुनाव में कुशवाहा समाज के लोग नीतीश कुमार से जरूर लेंगे ।
दानिश ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री तानाशाह हो गए हैं। अपने ख़िलाफ़ किसी भी तरह की बात को सुनना नहीं चाहते। जब भी कोई उनके ख़िलाफ़ बोलता है। उसके ऊपर में लाठी चलाकर दमन करते हैं। जो लोकतंत्र के लिए कहीं से ठीक नहीं। डॉ दानिश ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस तरह की बयान से यह साफ है कि केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा को भाजपा के इशारे पर बयान दे रहे हैं।
इससे साफ जाहिर होता है कि उपेंद्र कुशवाहा के कद को छोटा करने का यह खेल खेला जा रहा है। जो आगामी चुनाव में उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को सीट शेयरिंग में कम से कम सीट कैसे दी जाए इसी का सब खेल खेला जा रहा है । डॉ दानिश ने कहा कि केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा न समय रहते कोई ठोस निर्णय लेते हुए अपना सही कदम नहीं उठाए तो भाजपा और नीतीश कुमार मिलकर इनकी राजनीति को ब्रेक लगा देंगे ।