नई दिल्ली : कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह ने बिहार सरकार पर आरोप लगते हुए कहा कि बिहार में कृषि एवं किसान कल्याण योजनाओं के मामले मे सहयोग नहीं कर रही है किसान हित मे चलाई जा रही मोदी सरकार की योजनाओं को अमल में लाये।
चम्पारण सत्याग्रह वास्तव में चम्पारण के किसानों पर विदेशियों द्वारा किये जा रहे जुल्मों से मुक्ति का आंदोलन था। अब देश में स्वराज है हम इस साल शताब्दी का वर्ष मना रहे हैं। चम्पारण के किसान इस बात से आशान्वित हैं और उनका कल्याण होगा। ऐसे में राज्य सरकार को मोदी सरकार की योजनाओं का अमल मे लाना चाहिए।
नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा गांधी जी को श्रद्धांजलि देने तक ही सीमित नहीं रहें बल्कि बिहार के किसानों के कल्याण के लिए कार्यांजलि आर्पित करें।
राधामोहन ने बिहार सरकार पर आरोप लगते कहा कि मोदी सरकार ने पिछले 3 सालों में बिहार को कृषि एवं किसान कल्याण के लिये धनराशि प्रदान की थी लेकिन नितीश सरकार ने उसे पूरा खर्च नहीं किया।
कृषि मंत्री ने आरोप लगाया कि गांव और किसानों को समर्पित मोदी सरकार ने पिछले तीन वर्षो में बिहार को कृषि एवं किसान कल्याण के लिए काफी धनराशि प्रदान की लेकिन प्रदेश सरकार ने उसे पूरा खर्च नहीं किया। बिहार सरकार ने नारियल विकास बोर्ड का क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित करने का कार्य रोक दिया गया जबकि उद्यान एवं वानिकी कालेज तथा पशु चिकित्सा एवं मत्स्यिकी कालेज स्थापित करने को मंजूरी दिये जाने के बावजूद इनके लिए भूमि भूमि अभी तक उपलब्ध नहीं कराई गई।
उन्होंने कहा कि नितीश सरकार ने बीज उत्पादन केंद्र, टिशू कल्चर का लैब स्थापित करने के लिए जमीन अभी तक नहीं दी। राज्य में 6 नये कृषि विज्ञान केंद्र, खोले जाने हैं लेकिन इसके लिए अभी तक भूमि अभी तक उपलब्ध नहीं कराई है।