नई दिल्ली : मोती नगर में हुई घटना से सबक लेते हुए साउथ एमसीडी अब कोई कोताही बरतना नहीं चाहती है। निगम के अधिकारियों ने गंभीरता से लेते हुए छुट्टी होने के बाद भी रविवार को दिनभर काम किया। अधिकारियों ने दिनभर एक लिस्ट तैयार की जिसके मुताबिक नए सिरे से फिर से एक बार सर्वे किया जाएगा।
इस लिस्ट में इस बात का खासा ध्यान रखा है कि पहले किए गए सर्वे में कोई छूट न गया हो, यदि ऐसा है तो उसे भी शामिल किया गया है। इस बात का भी ध्यान रखा गया कि कोई दोबारा से लिस्ट में शामिल तो नहीं हुआ। यानि कि कोई संबंधित जगह खाली करने के बाद फिर से उसी जगह पर अवैध तौर पर व्यापार करने आ गया हो।
कई बार कुछ लोग सील भी तोड़ काम शुरू कर देते हैं और निगम को उसकी जानकारी नहीं मिल पाती। ऐसे मामलों को भी लिस्ट में सर्वे करने के लिए शामिल किया गया है। इस लिस्ट के मुताबिक ही सोमवार यानि आज दिन भर सर्वे का काम चलेगा। बता दें कि यह सर्वे केवल नॉन कमर्फिंंग एरिया में ही होगा।
घटना घटने के बाद ही एमसीडी को सर्वे और कार्रवाई करने की याद आती है। यह पहली दफा नहीं है जब कोई घटना घटी हो और एमसीडी ने फिर से सर्वे करने का प्लान बनाया हो। बता दें कि सितंबर माह के दौरान भी सावन पार्क की घटना के तुरंत बाद ही नॉर्थ एमसीडी संबंधित एरिया में खतरनाक बिल्डिगों की सर्वे कराने की बात कही थी। निगम ने माना था कि उस समय हुई बरसात व बिल्डिंग गिरने की घटना से पता चलता है कि क्षेत्र में और भी खतरनाक बिल्डिंगें हो सकती हैं।
डीएसआईआईडीसी से अब तक नहीं मिला स्पष्टीकरण
डीएसआईआईडीसी की ओर से साउथ एमसीडी को कोई स्पष्टीकरण नहीं मिल सका है। सोमवार को दिन भर डीएसआईआईडीसी से स्पष्टीकरण मिलने का इंतजार किया जाएगा। स्पष्टीकरण न मिलने की स्थिति में मंगलवार या बुधवार को निगम की ओर से एक टीम डीएसआईआईडीसी के अधिकारियों से व्यक्तिगत तौर पर मिलने जाएगी।
इस दौरान इस विषय समेत अन्य कई मामलों पर चर्चा हो सकती है। साउथ एमसीडी कमिश्नर की ओर से घटना को लेकर मांगी गई रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। यह रिपोर्ट निगम के संबंधित अधिकारी सोमवार को कमिश्नर के समक्ष पेश करेंगे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस रिपोर्ट में डीएसआईआईडीसी को पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराया गया है।
– राजेश रंजन सिंह