नई दिल्ली : कहने को तो रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडंटीफिकेशन डिवाइस (आरएफआईडी) टैग योजना दिल्ली में प्रदूषण कम करने और वाहन चालकों को आसानी से कम समय में टोल पार कराने के लिए लागू किया गया, लेकिन यह अब ट्रांसपोर्टर्स के लिए परेशानी का सबब बन गया हैै। दिल्ली के सभी 13 टोल प्लाजा केंद्रों से एंट्री करने वाले कमर्शियल वाहन चालकों को इन दिनों भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
रविवार को जीटी करनाल रोड स्थित सिंघु-कुंडली टोल प्लाजा केंद्र पर परेशानी इतनी बढ़ गई कि वाहन चालकों ने टैग नहीं मिलने पर रोड जाम करने की धमकी तक दे दी। चालकों ने बताया कि वे पिछले कई दिनों से परेशान हो रहे हैं। घंटों लाइन में लगने के बाद भी टैग नहीं मिल पा रहा है। जब 12-14 घंटे बीत जाने के बाद खिड़की पर पहुंचते हैं तो कह दिया जाता है कि टैग खत्म हो गये हैं। ऐसे में चालक करें तो क्या करें। ट्रांस्पोर्टर्स ने बताया केंद्रों पर धूप व बारिश से बचने के प्रशासन ने कोई इंतजाम नहीं किए हैं।
धूप से बचने के लिए लोग अपनी फाइल को सिर पर रखे नजर आये। वहीं, प्रशासन ने कहा कि टेंट लगाए गए तो रास्ता जाम हो जाएगा और वाहन नहीं निकल पाएंगे। इस दौरान ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं जिनके बारे में न ट्रांसपोर्टर्स को पता है और न ही प्रशासन को। एक वाहन चालक ने बताया कि वाहन का इंश्योरेंस अगले माह 4 सितंबर को खत्म होगा, फिर भी टैग देने से मना कर दिया।