उत्तर पूर्वी दिल्ली में बीते दिनों हैवानियत का शिकार बना 12 साल का मासूम 14 दिनों बाद जिंदगी की जंग हार गया। दिल्ली के एलएनजेपी हॉस्पिटल में भर्ती बच्चे की शनिवार को मौत हो गयी। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने आज सुबह ट्वीट कर बच्चे के बारे में जानकारी शेयर की।
स्वाति मालीवाल ने ट्वीट करते हुए लिखा, “ये 12 साल का बच्चा अब हमारे बीच नहीं रहा। बच्चे ने बहुत दर्द सहा और आख़री दम तक लड़ता रहा। उसके क़ातिलों को सख्त सजा होनी ही चाहिए! जब हमको इतना ग़ुस्सा आ रहा है और दर्द महसूस हो रहा है, सोचें उसके माँ बाप पे क्या बीत रही होगी। भगवान उनको इस मुश्किल समय में शक्ति दे।”
ये 12 साल का बच्चा अब हमारे बीच नहीं रहा। बच्चे ने बहुत दर्द सहा और आख़री दम तक लड़ता रहा। उसके क़ातिलों को सख़्त सज़ा होनी ही चाहिए!
जब हमको इतना ग़ुस्सा आ रहा है और दर्द महसूस हो रहा है, सोचें उसके माँ बाप पे क्या बीत रही होगी। भगवान उनको इस मुश्किल समय में शक्ति दे। 🙏🏽 https://t.co/vql6LwqBoU
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) October 1, 2022
3 नाबालिग आरोपी गिरफ्तार
आपको बता दें कि आज से ठीक 14 दिन पहले 18 सितंबर को मासूम के साथ हैवानियत को अंजाम दिया गया था। आरोपियों में एक चचेरा भाई भी था। इस मामले में सीलमपुर थाने में केस दर्ज हुआ था। पुलिस ने तीन नाबालिग आरोपियों को पकड़ा था। एक आरोपी फरार चल रहा है।
बच्चे की मां ने बताया कि 18 सितंबर को 12 साल के नाबालिग बेटे को उसके साथी खेलने के बहाने घर से लेकर गए थे। जब बेटा वापस आया तो वह रो रहा था और खून से लथपथ था। जब उससे पूछा गया तो उसने बताया कि तीन लड़को ने उसके साथ मारपीट की। लेकिन तीन दिनों तक उसने खुद के साथ हैवानियत के बारे में नहीं बताया और उस असहनीय दर्द को सेहत रहा।
हालत गंभीर होने पर दुष्कर्म का खुलासा
जब बच्चे की हालत गंभीर हुई तो उसको अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसके साथ हुई दरिंदगी का खुलासा हुआ। डॉक्टरों के अनुसार, पहले बच्चे के साथ दुष्कर्म किया गया और फिर उसके निजी अंग में लोहे की रॉड डाली गई। जिस वजह से उसकी हालत गंभीर हो गई।
घटना को अंजाम देने वाले सभी आरोपी नाबालिग हैं। जिन्हें पुलिस ने पकड़ लिया गया है। इसके साथ ही आरोपियों पर पॉक्सो समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। इसके साथ ही आरोपियों को बाल सुधार गृह भेजा गया है। वहीं एक आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है।
जानकारी के अनुसार मृतक पांचवी कक्षा का छात्र है और उसके साथ जिन लड़कों ने कुकर्म किया गया था, वह उसके ही दोस्त थे और बच्चे को डराने के लिए आरोपियों ने उसके निजी अंग में रॉड डाली थी। ताकि वह किसी को कुछ ना बताए, लेकिन बच्चे की हालत ज्यादा बिगड़ गई तो माता-पिता ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। जहां कुकर्म का सारा खुलासा हुआ है। लेकिन आज वह जिंदगी की जंग हार गया।