नई दिल्ली : मंगलवार को दिल्ली प्रदेश कार्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित की अगुवाई में कांग्रेस के निगम पार्षदों के साथ बैठक हुई। बैठक में सदन में निगम के तीनों कांग्रेसी नेता (एलओपी) भी मौजूद थे। बैठक तो लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस के घोषणा पत्र को बूथ लेबल तक ले जाने और कार्यकर्ताओं को प्रेरित करने के लिए बुलाई थी लेकिन वहां बैठक में विषय बदल गया और चर्चा आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन पर हो गई।
यहां पर सभी निगम पार्षदों ने एक सुर में कह दिया कि दिल्ली में गठबंधन नहीं होना चाहिए। जबकि सदन के तीनों नेता मुकेश गोयल, अभिषेक दत्त और मैडम रिंकू पहले ही गठबंधन के पक्ष में हस्ताक्षर कर चुके हैं। मंगलवार को जब उन तीनों को छोड़कर अन्य सभी पार्षदों ने यह कह दिया कि वे गठबंधन नहीं चाहते हैं तो तीनों सदन नेताओं के चेहरे देखने लायक थे। पार्षदों ने कहा कि सदन के नेताओं ने गठबंधन के पक्ष में हस्ताक्षर करने से पहले उनसे किसी तरह की राय नहीं ली थी।
यहां यह बता दें कि प्रदेश प्रभारी पीसी चाको और पूर्व अध्यक्ष अजय माकन गठबंधन के पक्ष में सभी जिलाध्यक्षों और तीनों निगम नेताओं से गठबंधन के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करा चुके हैं। अभी तक आप के साथ गठबंधन नहीं हुआ है। इस मसले पर जो भी होना है बुधवार को तय हो जाएगा, क्योंकि 11 अप्रैल को सेंट्रल इलेक्शन कमेटी (सीईसी) की बैठक होनी है जिसमें प्रत्याशियों के नामों की घोषणा हो जाएगी। इससे पहले कांग्रेस को गठबंधन पर अंतिम निर्णय लेना होगा, या फिर सातों सीटों पर अपने प्रत्याशी तय करने होंगे।
‘न्याय’ से खत्म होगी देश की गरीबी : शीला
निगम पार्षदों के साथ बैठक में प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित ने कहा कि कांग्रेस घोषणा पत्र ‘हम निभाऐंगे’ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जारी किया है, जिसमें ‘न्याय’ योजना के अन्तर्गत देश के सबसे गरीब 5 करोड़ लोगों को सालाना 72,000 रुपये देने की घोषणा की गई है। यह राशि परिवार की महिला के खाते में सीधे स्थानांतरित की जाएगी।
शीला दीक्षित ने कहा कि कांग्रेस सबसे गरीब व्यक्ति तक मदद पहुंचाने के इरादे से न्यूनतम आय योजना को लाई है। उन्होंने कहा इसका सीधा फायदा देश के 25 करोड़ लोगों को होगा, इस तरह हम एक तरह से गरीबी पर वार कर रहे है।
प्रदेश प्रवक्ता जितेन्द्र कुमार कोचर ने कहा भाजपा की हालत आज ‘खिसयानी बिल्ली खम्बा नोचे’ जैसी हो गई है। भले ही भाजपा का ग्राफ बढ़ाचढ़ा कर पेश किया जा रहा हो लेकिन असल में भाजपा का ग्राफ दिल्ली में नीचे जा रहा है।
व्यावसायिक सम्पत्ति कर दोगुना करने का विरोध करेगी कांग्रेस
कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि भाजपा शासित दिल्ली नगर निगम लोगों पर गृह कर बढ़ाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि म्यूनिसिपल वेलूयेशन कमेटी की रिपोर्ट चौंकाने वाली हैं, इस कमेटी ने रिपोर्ट में उन मकान मालिकों को जो अपने मकान में किरायेदार रखते है और व्यवसायिक गतिविधि करते हैं उनका सम्पति कर दोगुना करने की सिफारिश की है।
प्रदेश प्रवक्ता जितेन्द्र कोचर ने कहा कि हमने तीनों निगमों के कांग्रेस दल के नेताओं को साफ कह दिया है कि अगर इस तरह की गृहकर बनाने का कोई प्रोपोजल आए तो उसका डटकर विरोध करें। कांग्रेस किसी भी सूरत में दिल्ली के लोगों पर व्यवसायिक गृहकर नहीं बढ़ने देगी और इसका डटकर विरोध किया जाएगा।
– सुरेन्द्र पंडित