नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव को लेकर दिव्यांगों में भी खासा जोश दिखने को मिल रहा है। पिछले ढाई महीने में करीब 1,250 दिव्यांगों ने मतदाता सूची में इच्छा जाहिर की है। अक्सर देखने में आता है कि दिव्यांग वोटिंग से दूर रहते हैं लेकिन इस बार इनमें खासा जोश है। अब तक 35,230 दिव्यांगों ने मतदाता सूची के लिए आवेदन किया है। 18 जनवरी को दिल्ली में दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 33,980 थी जो 31 मार्च को बढ़कर 35,230 हो गई है।
दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ. रणबीर सिंह ने बताया कि इस बार लोकसभा चुनाव में कुछ अलग तरह का उल्लास देखने को मिल रहा है। अब तक 35 हजार 230 दिव्यांग लोकतंत्र के महापर्व में हिस्सा बनेंगे। उन्होंने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में मूक बधिर 1,969, लोकोमोटो दिव्यांग 14,085 व अन्य दिव्यांग 16,814 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि अभी भी 12 दिन बचे हुए हैं। इन दिनों में इनकी संख्या बढ़ने की संभावना है।
आचार संहिता उल्लंघन में 97 केस दर्ज
राजधानी दिल्ली में आदर्श आचार संहिता उल्लंघन पर विभिन्न राजनीतिक दलों और अन्य व्यक्तियों के खिलाफ 97 प्राथमिकी और डीडी एंट्री दर्ज की गई हैं। दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी रणबीर सिंह ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि निगरानी टीम राजनीतिक दलों के खर्चे पर नजर रख रही है और उसने बाहरी दिल्ली तथा द्वारका से 51.97 लाख रुपए जब्त किए हैं। उन्होंने बताया कि आचार संहिता उल्लंघन मामले में कुल 97 प्राथमिकी या डीडी एंट्री दर्ज की गई है।
इनमें से आम आदमी पार्टी के खिलाफ 10 (छह प्राथमिकी और चार डीडी एंट्री), भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ 10 (सात प्राथमिकी और तीन डीडी एंट्री), कांग्रेस के खिलाफ दो (दोनों डीडी एंट्री), बहुजन समाज पार्टी के खिलाफ एक (एक डीडी एंट्री) और अन्य या गैर राजनीतिक व्यक्तियों के खिलाफ 74 प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
सिंह ने बताया कि चुनाव आचार संहिता उल्लंघन पर नजर रखने के लिए सोशल मीडिया की सख्ती से निगरानी की जा रही है और विशेषज्ञ चुनाव आयोग की टीम की सहायता कर रहे हैं। दिल्ली चुनाव आयोग के कार्यालय ने बताया कि आचार संहिता लागू होने के समय से अब तक 2.44 लाख पोस्टर, बैनर और होर्डिंग हटाए गए हैं।