राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल ने दंगा प्रभावित उत्तर पूर्वी दिल्ली के कुछ इलाकों का दौरा करने के बाद बुधवार को कहा कि हालात नियंत्रण में है और पुलिस अपना काम कर रही है। कुछ स्थानों पर उनका गर्मजोशी से अभिवादन किया गया जबकि एक स्थान पर दो उत्तेजित लोगों ने हिंसा के बारे में उनसे शिकायत की। पिछले 24 घंटे से कम अवधि में दंगा प्रभावित क्षेत्रों की डोभाल की यह दूसरी यात्रा है।
जाफराबाद में एक लड़की उनके पास चलकर आई और उसने कहा कि वह इलाके में सुरक्षित महसूस नहीं कर रही है। उसने आरोप लगाया कि जब दंगाई तबाही मचा रहे थे तब पुलिस ‘निष्क्रिय’ थी। इसपर उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे कहना चाहता हूं कि यहां सभी लोग सुरक्षित हैं।’’ उन्होंने पुलिसकर्मियों से इस बात को सुनिश्चित करने को कहा कि लड़की सुरक्षित अपने घर पहुंचे।
उन्होंने कहा, ‘‘लोगों में एकता का भाव है, कोई शत्रुता नहीं है। कुछ अपराधी इस तरह का काम करते हैं। लोग उन्हें अलग-थलग करने का प्रयास कर रहे हैं। पुलिस यहां है और अपना काम कर रही है।’’ डोभाल ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर यहां हैं। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘स्थिति नियंत्रण में है और लोग संतुष्ट हैं। हमें कानून लागू करने वाली एजेंसियों पर भरोसा है। पुलिस अपना काम कर रही है और सतर्क है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस जोर-शोर से काम कर रही है। सिर्फ कुछ अपराधी इसमें शामिल थे। लोगों को मुद्दों का समाधान करने का प्रयास करना चाहिये, न कि उसे बढ़ाने का। पहले घटनाएं हुईं, लेकिन आज शांति है। स्थानीय लोग शांति चाहते हैं। हमें पूरा विश्वास है कि शांति होगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इंशा अल्लाह यहां पर बिल्कुल अमन होगा।’’
डोभाल को हिंसा को रोकने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे पहले, उन्होंने सीलमपुर में पुलिस उपायुक्त (उत्तर पूर्व) के कार्यालय में दिल्ली पुलिस के आला अधिकारियों के साथ बैठक की। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) मनदीप सिंह रंधावा, नव नियुक्त विशेष पुलिस आयुक्त एस एन श्रीवास्तव, विशेष पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) सतीश गोलचा, उत्तर पूर्वी दिल्ली के डीसीपी वेद प्रकाश आर्य भी बैठक में शामिल थे। यह बैठक 30 मिनट से अधिक समय तक चली।
डोभाल ने मंगलवार देर रात भी दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इसी तरह की बैठक की थी। उत्तर पूर्वी दिल्ली में तीन दिन पहले शुरू हुई सांप्रदायिक हिंसा में अब तक कम से कम 22 लोगों की मौत हुई है और 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं। जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, यमुना विहार, भजनपुरा, चांद बाग, शिव विहार मुख्य रूप से दंगों से प्रभावित हुए हैं।