नई दिल्ली : बदरपुर विधानसभा क्षेत्र की जैतपुर, मीठापुर, हरिनगर की विभिन्न आरडब्ल्यूए सहित करीब 60 कॉलोनियों के लोगों ने ओ-जोन मुक्ति संघर्ष समिति के नेतृत्व में आईटीओ स्थित डीडीए कार्यालय पर प्रदर्शन किया। लोगों ने डीडीए कार्यालय के बाहर जमकर हंगामा किया और विरोध में नारेबाजी की। लोग नियमित कॉलोनियों की लिस्ट से उनकी कॉलोनियों को बाहर किए जाने को लेकर गुस्सा हैं।
लोगों ने अपनी मांगों को लेकर वाइस चेयरमैन के मौजूद नहीं रहने पर उनके ओएसडी को ज्ञापन सौंपा। ओ-जोन मुक्ति संघर्ष समिति के उपाध्यक्ष सरजीत चोकन ने बताया कि वाइस चेयरमैन ने मंगलवार को प्रतिनिधिमंडल को इस विषय पर मिलने का समय दिया है। ओ-जोन मुक्ति संघर्ष समिति के अध्यक्ष अनिल शर्मा और उपाध्यक्ष सरजीत चोकन ने बताया कि एनजीटी के बार-बार डीडीए को निर्देश देने के बावजूद ओ-जोन की सीमा निर्धारित कर रिपोर्ट अभी तक जमा नहीं कराई गई है। इस वजह से 5 लाख लोग पीड़ित हैं।
एक आरडब्ल्यूए अध्यक्ष केके सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार ने सभी कच्ची कॉलोनियों को पक्की कर वहां रजिस्ट्री कराने की घोषणा की लेकिन यहां की करीब 60 कॉलोनी इस लिस्ट से बाहर कर गलत किया है। मास्टर प्लान 2021 के नियम के मुताबिक यमुना नदी के 300 मीटर के दायरे को ओ-जोन की सीमा में रखा गया है। लेकिन नदी से 4 किमी दूर की कॉलोनियों पर भी डीडीए ने तलवार लटका रखी है। उनको घर नहीं बनाने दिए जाते।
प्रदर्शन में त्रिलोकी सिंह प्रधान, रामजीत प्रधान, नरेंद्र सिंह, एकनाथ सिंह, अवदेश पांडेय, केपी सिंह, रामगोपाल गौतम, शिव शंकर, हीरा लाल, यूनुस खान, केके झा, रामजी सिंह, उर्मिला मिश्रा, मनीषा अरोड़ा, प्रमोद कुमार, प्रमोद तिवारी, मन्नू गुप्ता आदि सहित सैंकड़ो लोग व महिलाएं शामिल रहीं।