नई दिल्ली : प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने केजरीवाल सरकार द्वारा दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के स्तर पर काबू पाने के लिए लागू ऑड-ईवन योजना को आम आदमी पार्टी की स्वार्थगत राजनीति का हिस्सा बताते हुए कहा कि पहले मुख्यमंत्री केजरीवाल दिल्ली को गैस चैम्बर बनने देती है और जब प्रदूषण अपने उच्च स्तर पर पहुंच जाता है तो इस तरह की योजनाओं को चलाकर अपना राजनीतिक चेहरा चमकाने की कोशिश करते हैं।
ओला और उबर को ऑड-ईवन योजना से क्यों बाहर रखा गया है, इसके पीछे की मंशा पर संदेह होना मुनासिब है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि सीएम खुद बताएं कि उन्होंने बीते 57 महीने के कार्यकाल में प्रदूषण कम करने को लेकर क्या प्रयास किए हैं। जनता पर जबरदस्ती थोपी जा रही ऑड-ईवन योजना से उन्हें बेवजह परेशान करने के अलावा केजरीवाल सरकार कुछ नहीं कर रही है।
वहीं नेता विपक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने सोमवार को कहा कि भले ही मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री दिल्ली की जनता को धन्यवाद दे रहे हों मगर सच्चाई यह है कि ऑउ-ईवन योजना के चलते दिल्लीवासियों को भारी अव्यवस्था का सामना करना पड़ा। बसों की भारी किल्लत के चलते लोगों को कार्यस्थल तक जाने के लिए और वापस घर लौटने के लिये टैक्सी और ऑटो की शरण लेनी पड़ी। इससे जनता को अपनी जेब भी ढीली करनी पड़ी।