नयी दिल्ली : निर्वाचन आयोग द्वारा 20 आप विधायकों को कथित तौर पर लाभ के पद पर काबिज होने के कारण अयोग्य घोषित करने की सिफारिश के बाद पार्टी ने आज ‘परेशान किये जाने’ का आरोप लगाते हुए कहा कि वह ‘चुनावों से नहीं डरती है।’ सत्तारूढ़ दल को झटका देते हुए चुनाव आयोग ने कल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से आप के 20 विधायकों को अयोग्य ठहराने की सिफारिश की थी। आप की दिल्ली इकाई के प्रमुख गोपाल राय ने आरोप लगाया कि आयोग ने राष्ट्रपति को अपनी अनुशंसा भेजने से पहले पार्टी का पक्ष नहीं सुना। उन्होंने कहा, ‘‘यह अलोकतांत्रिक कदम है। वे दिल्ली के लोगों, सरकार और दिल्ली के मुख्यमंत्री से बदला ले रहे हैं।’’
आप नेता ने कहा कि गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा और राजस्थान सहित 11 राज्यों में संसदीय सचिवों की नियुक्ति की गयी लेकिन केवल आप को ‘निशाना बनाया जा रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘‘यह दोहरा मापदंड है। क्या संविधान सब पर लागू नहीं होता है? हमें परेशान किया जा रहा है। यह ब्रिटिश राज से भी बुरा है।’’ आप विधायकों को अयोग्य ठहराने की सिफारिश के मुद्दे पर सोमवार को दिल्ली उच्च न्यायालय में सुनवाई होगी। राय ने कहा, ‘‘हम न्याय की मांग को लेकर सभी लोकतांत्रिक मंचों पर जाएंगे।’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘वे लाभ के पद पर काबिज होने की बात करते हैं…दिल्ली सरकार ने किसी भी संसदीय सचिव को एक पाई नहीं दिया, यहां तक कि कुर्सी भी नहीं, कार्यालय की जगह की बात तो छोड़ ही दीजिए।’’
आप नेता ने कहा कि शहर में चल रहे सीलिंग अभियान एवं प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के मुद्दे पर व्यापक जनांदोलन शुरू करने की योजना तैयार करने के लिए कल पार्टी के कार्यालय पर राज्यस्तरीय बैठक का आयोजन किया जाएगा। लोगों तक आप की पहुंच को रेखांकित करते हुए राय ने कहा, ‘‘हम चुनावों से डरे नहीं हैं। हमारा भाग्य लोग तय करते हैं।’’
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