नई दिल्ली : दिल्ली में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर दिल्ली चुनाव आयोग तैयारियां शुरू कर दी है। चुनाव को लेकर मतदाता सूची का ड्राफ्ट नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही शुक्रवार से 16 दिसंबर तक एक विशेष अभियान भी शुरू किया गया है। अगर दिल्ली का कोई भी नागरिक मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वाना, हटवाना चाहे या फिर अपनी किसी जानकारी में कोई बदलाव कराना चाहे तो इसे एक माह में कराकर लोकतंत्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकता है।
दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ. रणबीर सिंह ने शुक्रवार को संवाददाताओं को बताया कि मतदाता सूची का ड्राफ्ट नोटिफिकेशन दिल्ली के मुख्य चुनाव कार्यालय की वेबसाइट डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डाॅट सीईओ डॉट जीओवी डॉट इन पर और सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों की वेबसाइट पर भी डाल दिया गया है। इसके अलावा सभी मतदाता केंद्राें पर भी यह सूची उपलब्ध है। दिल्ली के मतदाता इस सूची की जांच कर अपना मतदान सुनिश्चित कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि एक माह के अभियान के तहत 16 दिसंबर तक दिल्ली के मतदाता अपने बारे में इसमें अपडेट करा सकते हैं। 23 और 24 नवंबर को दिल्ली के विभिन्न पोलिंग स्टेशनों पर विशेष शिविर लगाए जाएंगे। 28 और 29 नवंबर को विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में भी इसके लिए कैंप लगाए जाएंगे। अगले साल एक जनवरी तक जो युवा 18 साल के हो जाएंगे, वे भी अपना नाम मतदाता सूची में जुड़वा सकेंगे।
7 दिसंबर को शाम 5 बजे से रात 9 बजे तक बेघरों के लिए डूसिब शेल्टर और अन्य जगहों पर शिविर लगाए जाएंगे। 26 दिसंबर को सभी आपत्तियों और दावों निपटारा कर दिया जाएगा। इसके बाद 6 जनवरी को फाइनल मतदाता सूची प्रकाशित कर दी जाएगी।
ऑनलाइन जांचें मतदाता सूची में अपना नाम… दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ. रणबीर सिंह ने बताया कि अगर नाम जुड़वाना है तो फार्म छह, किसी के इंतकाल के बाद उसका नाम हटवाना है तो फार्म सात, नाम ठीक कराना है तो फार्म आठ और यदि मकान शिफ्ट करने की स्थिति में कोई बदलाव कराना है तो फार्म आठ ए भरा जा सकता है।
सारी प्रक्रिया ऑनलाइन भी हो सकती है और ऑफलाइन भी कराई जा सकती है। उन्होंने बताया कि 7738299899 नंबर पर भी एसएमएस भेजकर भी मतदाता सूची में अपने नाम और अन्य जानकारी की जांच की जा सकती है।
दिल्ली के 2.26 लाख लोग घर बैठकर कर सकेंगे मतदान
आगामी विधानसभा चुनावों में राजधानी के सभीदिव्यांग (पीडब्ल्यूडी श्रेणी) व 80 से अधिक वर्ष के बुजुर्ग अब घर बैठकर मतदान कर सकेंगे। चुनाव आयोग इन्हें बैलेट पेपर मुहैया कराएगा। चुनाव आयोग के रिकॉर्ड में फिलहाल ऐसे मतदाताओं की संख्या 2.26 लाख है। जो चुनाव तक ओर बढ़ने की संभावना है। दिल्ली में यह पहली बार होने जा रहा है। दिल्ली से पहले झारखंड में चुनाव होने हैं वहां के कुछ हिस्से में भी इसे शामिल किया गया है।
13 लाख मतदाता नहीं मिले
मतदाताओं के सत्यापन अभियान में कुल 91.16 प्रतिशत मतदाताओं का सत्यापन किया गया है। 9.21 प्रतिशत यानिकुल 13 लाख 34 हजार 313 मतदाता अपने बताए पते पर नहीं मिले। कुछका देहांत हो गया और कुछ पुराने पते से स्थातंरित हो चुकें हैं। अब बीएलओ इस परनजर रखेंगे और उनका दोबारा सत्यापन करेंगे। विधानसभा चुनावों में कुल 13750पोलिंग बूथ और 2689 पोलिंग लोकेशन हैं।
लोस चुनाव के बाद बढ़े 1.88 लाख मतदाता
लोकसभा चुनाव के दौरान 23 अप्रैल 2019 कोकुल 1 करोड़ 43 लाख 16 हजार 453 लोग मतदाता थे। जिसके बाद अब तक कुल 2 लाख 50 हजार 384लोग मतदाता सूची में जुड़े हैं और 61803 लोग अब तक घट चुकें हैं। यानि कुल 1 लाख 88 हजार 581लोगों की मतदाता सूची में बढ़ोतरी हुई।
डीएससी मॉड्यूल से पकड़े जाएंगे मतदाता
चुनाव आयोग अधिकारियों के मुताबिक मतदाता सूचीमें दो जगह नाम होने पर शिकायत मिलने के बाद कार्रवाई होगी। हमारे पास एक डीएससी मॉड्यूल है जिसमें एक व्यक्ति का नाम अगर एक मतदाता सूची से अधिक जगह है तो उसकी लिस्ट ऑटोमैटिक बन जाती है और जिन राज्यों की मतदाता सूची में उसका नाम है वहां के अधिकारियों के पास चली जाती है। अब स्वत: संज्ञान से नाम नहीं काटा जाता। इसके लिए मतदाता को फॉर्म भरकर देना होगा।