नई दिल्ली : जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में बीते रविवार को हुई हिंसा के विरोध में और नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में शनिवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) के नेतृत्व में मार्च किया गया।
दोपहर करीब एक बजे डीयू स्थित आर्ट्स फैकल्टी में सैकड़ों की संख्या में विद्यार्थी मौजूद रहे। मार्च लॉ सेंटर, रामजस कॉलेज, किरोड़ीमल, हंसराज, दौलत राम कॉलेज से होते हुए डीयू के विवेकानंद मूर्ति के पास संपन्न हुआ। प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों का कहना है कि जेएनयू हिंसा के मामले में संलिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
इनका कहना है कि जो भी इनकी विचारधारा से सहमति नहीं रखते उनको टारगेट किया जाता है। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए एबीवीपी की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कहा कि सीएए के समर्थन में बड़ी संख्या में अलग-अलग शैक्षणिक संस्थानों के छात्र जुट रहे हैं। वहीं, डीयू छात्रसंघ अध्यक्ष अक्षित दहिया ने कहा कि भारतीय विश्वविद्यालयों में असहमति का हमेशा स्थान रहा है, लेकिन लेफ्ट से जुड़े लोगों ने मतभेद रखने वालों से हमेशा हिंसात्मक रवैया रखा है।