दिल्ली में शीत लहर का प्रकोप बना हुआ है और सोमवार को तापमान 3.2 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया जो अभी तक इस मौसम का सबसे कम न्यूनतम तापमान है। सफदरजंग वेधशाला ने यह जानकारी दी, जिसके आंकड़ों को शहर के लिए आधिकारिक मानक माना जाता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग में वरिष्ठ वैज्ञानिक आर के जेनामणि ने बताया कि एक के बाद एक दो पश्चिमी विक्षोभों और इसके कारण मंगलवार रात से सर्द उत्तरपश्चिमी हवाओं के मंद होने से न्यूनतम तापमान बढ़ जाएगा।
21 दिसंबर तक उत्तरपश्चिमी भारत में शीतलहर चलने का अनुमान: IMD
पश्चिमी दिल्ली के जाफ्फरपुर गांव में मौसम केंद्र ने न्यूनतम तापमान सामान्य से 6 डिग्री कम 2.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। लोधी रोड मौसम केंद्र ने औसतन सात डिग्री सेल्सियस तापमान के मुकाबले न्यूनतम तापमान 3.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, ज्यादातर अन्य स्थानों पर न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस से छह डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
जेनामणि ने बताया कि 22 और 25 दिसंबर के बीच ‘‘एक के बाद एक’’ 2 पश्चिमी विक्षोभों के प्रभाव से न्यूनतम तापमान 6 से 7 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ने की संभावना है। आईएमडी ने 21 दिसंबर तक उत्तरपश्चिमी भारत के कई हिस्सों में शीतलहर चलने का अनुमान जताया है। हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और हिमाचल में भी हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ रही है। राजस्थान के चुरू में रविवार को सबसे कम शून्य से 2.6 डिग्री सेल्सियस नीचे न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया।
जानिए कब होती है शीतलहर की घोषणा
इसके बाद सीकर में शून्य से 2.5 डिग्री सेल्सियस नीचे और अमृतसर में शून्य से 0.5 डिग्री सेल्सियस नीचे तापमान दर्ज किया गया। अगर मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है तो आईएमडी शीतलहर की घोषणा करता है। जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे नीचे तक चला जाता है और सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस नीचे रहता है तो भी शीत लहर की घोषणा की जाती है।