जहां कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों की मंगलवार को केंद्रीय मंत्रियों से बातचीत होगी, वहीं गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में पूर्व सांसद और जनअधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव उतर आए।
पप्पू यादव ने गाजीपुर बॉर्डर पहुंच कर किसानों को अपना समर्थन दिया। इस दौरान उन्होंने कहा, मैं यहां किसानों को समर्थन देने आया हूं। सरकार को कृषि कानून को वापस लेना चाहिए। इस बिल के खिलाफ पहली लड़ाई बिहार से ही शुरू हुई।
इस बिल के खिलाफ जब पंजाब में लड़ाई शुरू हुई थी, उसके 2 महीने पहले बिहार में लड़ाई शुरू हुई। सरकार को किसानों से बात करनी चाहिए। इससे पहले पप्पू यादव ने ट्वीट करके लिखा , 'किसान के पसीने से सबका पेट भरता है। किसान का खून बहाने से देश उजड़ता है।इतिहास गवाह है PM साहब। '
दरअसल किसानों से 3 दिसंबर को बातचीत करने पर अड़ी सरकार ने सोमवार को जिद छोड़ दी और 1 दिसंबर यानी आज दोपहर (मंगलवार) 3 बजे 32 किसान संगठनों के नेताओं को बातचीत के लिए विज्ञान भवन बुलाया है।