नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि उनकी सरकार देश में आर्थिक अनियमितताओं के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है और आगे भी उठाएगी। जनता के पैसे का अनियमित अर्जन, इस सिस्टम को स्वीकार नहीं होगा। वह शुक्रवार को ET ग्लोबल बिजनस समिट में बोल रहे थे। पीएम ने पीएनबी घोटाले का नाम तो नहीं लिया, लेकिन साफ है कि उन्होंने इसी संदर्भ में यह बात की है। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने बिना नाम लिए आरबीआई को भी संदेश दिया।
मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि ये सरकार आर्थिक विषयों से संबंधित अनियमितताओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कर रही है, करेगी और करती रहेगी। जनता के पैसे का अनियमित अर्जन, इस सिस्टम को स्वीकार नहीं होगा: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) February 23, 2018
उन्होंने कहा, ‘विभिन्न फाइनैंशल इंस्टिट्यूशन में नियम और नीयत बनाए रखने का दायित्व जिन्हें दिया गया है वो पूरी निष्ठा से अपना कर्तव्य निभाएं। विशेषकर जिन्हें निगरानी और मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी निगरानी संस्थाओं और ऑडिटर्स पर सवाल उठाए थे। पीएम ने भारतीय अर्थव्यवस्था में ग्रोथ का जिक्र करते हुए कहा कि चार साल पहले पूरी दुनिया में जब भारत की अर्थव्यवस्था की चर्चा होती थी, तो कहा जाता था फ्रेगाइल 5, आज भारत के फाइव ट्रिलयन डॉलर इकॉनमी के लक्ष्य की चर्चा होती है। अब दुनिया भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलना चाहती है।
एक अपील मैं ये भी करना चाहता हूं कि विभिन्न Financial institutions में नियम और नीयत यानि Ethics बनाए रखने का दायित्व जिन्हें दिया गया है वो पूरी निष्ठा से अपना कर्तव्य निभाएं। विशेषकर जिन्हें निगरानी और मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) February 23, 2018
पीएम ने कहा, ‘पिछले तीन-चार वर्षों में भारत ने अपने साथ ही पूरी दुनिया की इकनॉमिक ग्रोथ को मजबूती दी है। IMF के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2013 के अंत में भारत का वर्ल्ड जीडीपी में नॉमिनल टर्म में कंट्रीब्यूशन 2.4 प्रतिशत था। हमारी सरकार के लगभग 4 वर्षों में ये बढ़कर 3.1 प्रतिशत हो गया है।’ आज आप कोई भी मैक्रो पैरामीटर देख लीजिए, महंगाई दर, चालू खाता घाटा, वित्तीय घाटा, जीडीपी ग्रोथ, ब्याज दर, एफडीआई आमद, भारत सभी में बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने कहा कि महंगाई दर नियंत्रित रहने और उच्च उत्पादकता ग्रोथ की वजह से रुपये का आउटलुक भी बेहतर बना हुआ है। ब्याज दर में एक प्रतिशत से ज्यादा की कमी का लाभ ग्राहकों, हाउसिंग सेक्टर और अन्य उद्योगों को हो रहा है। पीएम ने पिछले 4 साल के कामकाज का ब्योरा देते हुए पिछले सरकारों से इसकी तुलना की और बताया कि कस तरह सरकार तेजी के साथ विकास कार्यों को आगे बढ़ा रही है।
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