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कांग्रेस में शुरू हुई चिट्ठियों की राजनीति

दिल्ली कांग्रेस में शिकायतों का दौर चल रहा है। जिस तरह से प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी हावी हो रही है, उसके बाद चिट्ठियों की राजनीति शुरू हो गई है।

नई दिल्ली : दिल्ली कांग्रेस में शिकायतों का दौर चल रहा है। जिस तरह से प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी हावी हो रही है, उसके बाद चिट्ठियों की राजनीति शुरू हो गई है। एक तरफ प्रदेश प्रभारी पीसी चाको को हटाने के लिए कांग्रेस आलाकमान राहुल गांधी, सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी जा रही है तो दूसरी तरफ प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित को हटवाने के लिए भी चिट्ठी लिखी गई है। 
इसके अलावा जिलाध्यक्ष और ब्लॉक अध्यक्षों ने भी सीधे राहुल गांधी को चिट्ठी लिख कर दिल्ली में कांग्रेस की स्थिति से अवगत कराया है। साथ ही जिलाध्यक्षों ने कुछ-कुछ सुझाव भी दिए हैं। अब देखना है कि इन चिट्ठियों का कितना असर कांग्रेस आलाकमान पर होता है, फिलहाल तो ये चिट्ठियां सोशल मीडिया पर खूब घूम रही हैं। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद दिल्ली कांग्रेस दो गुटों में बंट गया है। एक गुट प्रदेश प्रभारी चाको और अन्य का जबकि दूसरा गुट शीला दीक्षित का कहा जा रहा है। वैसे यह गुटबाजी तो पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन के समय से ही है। 
शीला दीक्षित के अध्यक्ष बनने के बाद भी गुटबाजी वैसे ही बनी रही। लोकसभा चुनाव के दौरान भी जहां प्रदेश प्रभारी पीसी चाको और अजय माकन आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर लगे रहे और जबकि शीला एंड कंपनी इस गठबंधन के खिलाफ रहे। आखिरकार गठबंधन नहीं हुआ, लेकिन इसका फायदा जरूर कांग्रेस को हो गया। कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ गया। साथ ही प्रदेश में ​शीला का कद भी बढ़ गया। क्योंकि गठबंधन होने की स्थिति में भी आप और कांग्रेस मिल कर भी भाजपा को नहीं हरा पाते। 
लोकसभा चुनाव के बाद शीला दीक्षित ने हार के समीक्षा के लिए एक कमेटी का गठन कर दिया। यह कमेटी न तो पीसी चाको को रास आया न ही वरिष्ठ लोकसभा प्रत्याशियों को। इसके बाद ही दिल्ली में राजनीति गरमाने लगी। पार्टी के भीतर पीसी चाको को भी हटाने की आवाज उठने लगी। उधर, दूसरी तरफ से भी शीला दीक्षित की लीडरशिप को भी नकारा जाने लगा। फिलहाल दोनों की खिलाफत प्रदेश के भीतर देखने को​ मिल रही है। अभी हाल ही में शीला दीक्षित ने जिलाध्यक्षों और ब्लॉक अध्यक्षों से विधानसभा टिकटों के लिए तीन-तीन संभावित नाम क्या मांग लिया। 
हंगामा खड़ा हो गया। चाको ने साफ कह दिया कि प्रदेश अध्यक्ष इतना बड़ा फैसला अकेले नहीं कर सकतीं। दूसरी तरफ कांग्रेस के पूर्व पार्षद और विधानसभा का चुनाव लड़ चुके रोहित मनचंदा ने चाको पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए पहले प्रदेश अध्यक्ष, फिर राहुल गांधी व सोनिया गांधी को चिट्ठी लिख दी है। मनचंदा ने चिट्ठी में चाको पर आरोप लगाते हुए लिखा है कि चाको की अगुवाई में चार बड़े चुनाव हार चुके हैं। ​
चाको दिल्ली कांग्रेस को खत्म करने पर उतारू हैं। दूसरी तरफ एक पूर्व स्पीकर पुरुषोत्तम गोयल ने भी राहुल गांधी को चिट्ठी लिख कर शीला दीक्षित को हटाने की मांग कर दी है। उनका आरोप है कि शीला दीक्षित ने पहले कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में हरवाया और अब दिल्ली में भी कांग्रेस को हराने में लगी हैं। 
– सुरेन्द्र पंडित

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