बीते कई दिनों से देश भर में पेट्रोल और डीजल की मार से देश की जनता तड़प रही है। पेट्रोल-डीजल के दाम में लगातार तेजी देखने को मिल रही है और गाड़ी वाले हलकान हो रहे हैं, जिसकी वजह से अब मोदी सरकार विपक्ष के साथ-साथ अपनी ही सहयोगी के निशाने पर आ गई है। विपक्षी पार्टियों ने इस मूल्य वृद्धि के खिलाफ देशभर में हड़ताल और प्रदर्शनों का ऐलान किया है। उन्होंने लगातार की गई टैक्स वृद्धि को तेल की रिकॉर्ड दामों पर पहुंचने का कारण बताया है।
मुंबई मे शिवसेना के हेडक्वार्टर शिवसेना भवन के सामने इसके खिलाफ पोस्टर लगाए गए हैं, जिसमें पेट्रेाल-डीजल और गैस के 2015 और 2018 के दामों को दिखाया गया है और साथ में लिखा है- ‘यही है अच्छे दिन!’
Protesting against fuel price hike, posters put up by Shiv Sena in Mumbai. (8.9.18) pic.twitter.com/8AxTJYelRo
— ANI (@ANI) September 9, 2018
वहीं कांग्रेस ने शनिवार को रुपये में लगातार गिरावट, राफेल डील और तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर बीजेपी पर निशाना साधते हुए ‘बहुत झूठी पार्टी’ करार दिया। पश्चिम बंगाल में कांग्रेस ने टीएमसी के 10 सितंबर को बुलाए गए बंद को विरोधाभासी बताया। पार्टी को आरोप है कि प्रदेश में डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़ने के पीछे इन प्रोडक्टस पर लगाया गया वैट है।
बता दें कि आज राजधानी दिल्ली में पेट्रोल-डीजल के दामों में 10 पैसे की वृद्धि दर्ज की गई। जिसके बाद पेट्रोल 80.50/लीटर और डीजल 72.61 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। वहीं, मुंबई में पेट्रोल-डीजल के दामों में 12 और 11 पैसों की बढ़ोतरी के बाद पेट्रोल 87.89/ली और डीजल 77.09 रुपये प्रति लीटर रहा। इसके अलावा दूसरे महानगरों में भर पेट्रोलियम पदार्थों के दामों में उछाल देखा गया।
चेन्नई में पेट्रोल 83.66 रुपये और डीजल 76.75 रुपये प्रति लीटर रहा। वहीं, कोलकाता में पेट्रोल 83.39 रुपये लीटर और डीजल 75.46 रुपये प्रति लीटर के दामों तक पहुंच गया। गौरतलब है कि पिछले एक महीने में पेट्रोल के दामों में 3 रुपये और डीजल के दामों में करीब 4 रुपये की वृद्धि दर्ज की गई है।