नई दिल्ली : दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में गुरुवार को दिल्ली फायर सर्विस और फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) में खाली पड़े पदों को भरने के लिए समीक्षा बैठक आयोजित की। इस बैठक में दिल्ली के मुख्य सचिव, अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह), सेवा विभाग के सचिव, दिल्ली फायर सर्विस के निदेशक, फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी के निदेशक तथा अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
इस दौरान दिल्ली फायर सर्विस और फारेंसिक साइंस लेबोरेटरी द्वारा संबंधित विभागों में रिक्तियों की स्थिति और उन्हें भरने के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में एक विस्तृत प्रस्तुति दी गई। प्रस्तुति देखने के बाद एलजी ने निर्देश दिए कि खाली पडे़ नियमित पदों को भरने के लिए विभागीय प्रोन्नति कमेटी (डीपीसी) की बैठकें नियमित रूप से की जानी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि इस संबंध में यूपीएससी एवं डीएसएसएसबी से समन्वय कर इन पदों को शीघ्रता से भरा जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एवं सेना सिग्नल कोर जैसी एजेंसियों के साथ सम्पर्क बनाकर रखा जाये ताकि आपदा के समय उनकी तकनीकी सेवाओं का लाभ लिया जा सके। साथ ही अति आधुनिक तकनीक एवं रोबोट के उपयोग से संबंधित दिल्ली फायर सर्विस कमेटी की रिपोर्ट को शीघ्र पेश किया जाए, जिससे हादसों पर नियंत्रण के दौरान कोई हताहत न हो।
इस दौरान दिल्ली फायर सर्विस के निदेशक ने बताया कि 500 फायरमैन की भर्ती की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा चुका है, जबकि 25 रेडियो टेलीफोन ऑपरेटरों को आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए के भर्ती किया गया है। यह भर्तियां नियमित रूप से पदों को भरने तक के लिए की गई हैं। नियमित समीक्षा के परिणामस्वरूप गत छह माह में दिल्ली फायर सर्विस में 484 फायरमैन की नियुक्ति की गई है। जिन पदों पर फीडर कैडर में योग्य अधिकारी उपलब्ध नहीं हैं उन पदों को प्रतिनियुक्ति के आधार पर भरा जाएगा।