उत्तर- पूर्वी दिल्ली में तीन दिनों तक हुई नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हिंसा में मरने वालों की संख्या 39 हो गई है। दिल्ली हिंसा पर भाजपा के सहयोगी अकाली दल ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की।
अकाली दल के नेता और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि दिल्ली हिंसा बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। संविधान के तीन मुख्य आकर्षण हैं - धर्मनिरपेक्षता, समाजवाद और लोकतंत्र। लेकिन कोई समाजवाद नहीं है, धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र केवल दो स्तरों पर मौजूद है - संसदीय और राज्य चुनाव।
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उन्होंने कहा कि भारत में समाजवाद तो गायब हो गया है। लोकतंत्र भी सिर्फ नाम का रह गया है जो संसदीय और राज्य चुनाव के समय ही देखने को मिलता है। बता दें उत्तर-पूर्वी दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ फैली हिंसा अब लगभग थम गई है। यहां की जनता का जीवन भी अब सामान्य हो रहा है। लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल कर अपने कामों में जुट गए हैं। इलाकों में मौजूद छोटी-बड़ी कुछ दुकानें भी खुली है।