नई दिल्ली : साम्प्रदायिक सौहार्द और कौमी एकता के ऐतिहासिक उत्सव फूल वालों की सैर की सोमवार से शुरुआत हो गई। इसको लेकर दिल्ली सचिवालय में सोमवार को अंजुमन-सैर-ए-गुलफरोशां के प्रतिनिधिमंडल द्वारा मुख्यमंत्री को फूलों का पंखा भेंट किया गया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मौके पर कहा कि समाज में साम्प्रदायिक सौहार्द और कौमी एकता को बढ़ावा देने वाले ऐतिहासिक फूल वालों की सैर जैसे उत्सवों को धूमधाम से मनाया जाना चाहिए और लोगों में एक-दूसरे के प्रति प्रेम आदर और सद्भावना के संदेशों को जोर-शोर से फैलाना चाहिए।
उधर, आयोजकों ने मुख्यमंत्री को फूलों का पंखा भेंट कर उन्हें फूलों से लाद दिया और शहनाई वादन से मुख्यमंत्री का जोरदार स्वागत किया। इस दौरान दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, पूर्व मंत्री सोमनाथ भारती और दिल्ली के मुख्य सचिव विजय देव को भी फूलों का पंखा भेंट किया। इस अवसर पर पूरा दिल्ली सचिवालय शहनाई की गूंज से गुंजायमान हो उठा।
बता दें कि साम्प्रदायिक सौहार्द का प्रतीक फूलवालों की सैर महरौली स्थित महान सूफी संत ख्वाजा कुतुबद्दीन बख्तियार काकी की दरगाह पर हिंदू और मुसलमान समुदाय के लोग ढोल-ताशों के साथ फूलों की चादर और पंखा चढ़ाएंगे और पांडवकालीन ‘योगमायाजी मंदिर’ में फूलों का छत्र और पंखा चढ़ाएंगे।
आयोजकों का कहना है कि हमारे देश की विविधता और राष्ट्रीय एकता का समृद्ध स्वरूप देखने को मिलेगा, जब 19 अक्टूबर को भारत के विभिन्न राज्यों से आनेवाले सांस्कृतिक दल इस समारोह में अपनी लोककलाओं की झलक पेश करेंगे और दरगाह और मंदिर के लिए सजे धजे पंखे लाएंगे।