आम आदमी पार्टी (आप) 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर उम्मीदवार को समर्थन देने के लिए शनिवार को फैसला करेगी। आप राजनीतिक मामलों की समिति की एक बैठक शनिवार को होगी, जहां पार्टी यह तय करेगी कि राष्ट्रपति चुनाव में किसे समर्थन देगी- एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू या संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा।
दो राज्यों में सत्ता के बावजूद राज्यसभा में अच्छा खासा गणित आप के पास
आप के विधानसभा चुनावों में जीत के बाद भगवंत मान के पंजाब के मुख्यमंत्री बनने के साथ, लोकसभा में पार्टी की संख्या शून्य हो गई है। हालांकि, दिल्ली में 62 और पंजाब में 92 विधायकों के साथ आप के राज्यसभा में 10 सदस्य हैं।आप ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए एक संयुक्त उम्मीदवार को मैदान में उतारने पर आम सहमति बनाने के लिए आयोजित विपक्षी दलों की महत्वपूर्ण बैठक से किनारा किया था। राष्ट्रपति चुनाव 18 जुलाई को होने हैं, क्योंकि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है।
आपको बता दे कि आप ने अभी तक राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने पत्ते नहीं खोले हैं। यशवंत सिन्हा के नामांकन से आप के समय भी नदारद रही थी। उसके बाद से ही आप ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना कोई बयान तक जारी नहीं किया हैं । केजरीवाल और राज्यों में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के लिए कशमकस में हैं जिसकों लेकर केजरीवाल अपना समर्थन द्रौपदी मुर्मू को दे सकते हैं। जिस कारण वह और आदिवासी ईलाकों में अपनी पार्टी का विस्तार कर सकती हैं।