नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव में भारी मतों से जीतने के उपरांत देश के दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहली बार ‘मन की बात’ की। जिसको सुनने के लिए दिल्ली प्रदेश भाजपा की ओर से बूथ स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमें भाजपा के कार्यकर्ताओं के अलावा बड़े पैमाने पर स्थानीय लोगों ने शिरकत की। इसी कड़ी में दिल्ली में दो बड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
पहला कार्यक्रम ककरौला स्थित डॉ. साहब सिंह वर्मा स्टेडियम में आयोजित किया गया, जिसमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी, सांसद प्रवेश वर्मा, हंसराज हंस आदि मौजूद थे। दूसरा बड़ा कार्यक्रम करोलबाग के राजवाटिका में आयोजित किया गया, जिसमें भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू, केन्द्रीय गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय, सांसद मीनाक्षी लेखी, प्रदेश महामंत्री रविन्द्र गुप्ता और राजेश भाटिया, मीडिया प्रमुख अशोक गोयल आदि मौजूद रहे।
मन की बात सुनने के उपरांत उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि जनवरी 2015 में दो राष्ट्राध्यक्षों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने आकाशवाणी के माध्यम से सामाजिक विषयों को लेकर पूरे विश्व को संदेश देने के काम किया। जिसमें उन्होंने दुनिया से आतंकवाद को खिलाफ लड़ने, प्रदूषण निवारण के लिए मिलकर काम करने, स्वच्छता को जीवन में उतारने और अपनी दिनचर्या में योग को महत्व देने पर बल दिया था।
मन की बात दुनिया के सबसे अनोखे प्रयासों में से एक है जहां प्रधानमंत्री पूरे देश से सीधे जुड़ जाते हैं और इस कार्यक्रम की सबसे खास बात ये है कि यहां कोई राजनीतिक बात नहीं होती हैं। प्रधानमंत्री जी मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से अब तक 54 बार मन की बात के माध्यम से 40 घंटे तक देश को संबोधित किया है, लेकिन एक बार भी किसी राजनीतिक विषय को लेकर कोई चर्चा नहीं की है।