नई दिल्ली : मंडोली जेल के हाई रिस्क जेल नंबर-15 में बंद एक कैदी ने सहायक जेल अधीक्षक पर संगीन आरोप लगाकर सनसनी फैला दी है। कैदी का आरोप है कि सहायक जेल अधीक्षक उसके साथ जिस्मानी रिश्ता बनाना चाहते थे, जब उसने इससे मना किया तो उसे दो पुलिसकर्मियों के साथ डंडों और लात-घुसों से तब तक पिटा गया जब तक वह बेहोश नहीं हो गया। घटना के बाद सभी मौके से चले गए। इसके बाद सेवादार कैदियों ने उसे जख्मी हालत में उठाकर उसके बैरक में पहुंचाया।
इस बात का खुलासा तब हुआ जब उसकी पत्नी जेल में उससे मिलने पहुंची। मुलाकात के दौरान पति ने अपने ऊपर हुए ज्यादती और प्रताड़ता को पत्नी से साझा की। पति के पूरे शरीर पर चोट गंभीर चोट के निशान देखकर पत्नी अंचभित थी। आरोप है कि इस दौरान गला दबाने की कोशिश भी की गई थी। इस बाबत हर्ष विहार थाने में एक शिकायत भी दर्ज करवाई गई है। वहीं कैदी ने घटना के दूसरे दिन अपनी केस की सुनवाई के दौरान पटियाला हाउस कोर्ट में मनीष खुराना की अदालत में कपड़े उतारकर जख्म को दिखाया और जज साहब को अपनी जान का खतरा भी बताया।
इस पर जज ने संज्ञान लेते हुए कैदी की एमएलसी तुरंत कराने के निर्देश दिए। वहीं जेल अधीक्षक से इस पर जवाब भी मांगा। जिस सहायक जेल अधीक्षक के ऊपर कैदी ने संगीन आरोप लगाए हैं। वे मंडोली जेल नंबर 15 में फिलहाल सहायक जेल अधीक्षक के पद पर कार्यरत हैं। इसी जेल में दिल्ली कैंट स्थित झरेड़ा निवासी गौरव कोहली हत्या के एक केस में पिछले चार साल से बंद हैं। 2 मई दोपहर उनकी पत्नी निकिता कोहली जेल में अपने पति से मुलाकात करने पहुंची। वह अपने पति की हालत देखकर हैरान रह गई। गौरव कोहली ने अपनी पत्नी को शर्ट खोलकर शरीब में लगे चोट को दिखाया। उसके पूरे शरीर पर चोट के निशान थे। गौरव ने बताया कि सुबह करीब 8ः30 बजे हेड वार्डन सुनील राठी ने उसके पास आया और बोला कि सहायक अधीक्षक ने तुम्हें अपने कैबिन में बुलाया है।
आरोप है कि कैबिन में सहायक अधीक्षक ने उससे शारीरिक संबंध बनाने को कहा, जिसका उसने इंकार किया। इस बात पर सहायक अधीक्षक ने उसे हेड वार्डन सुनील राठी और राकेश कुमार के साथ मिलकर डंडो और लात-घुसों से पीटना शुरू कर दिया । वे तब तक उसकी पिटाई करते रहे जब तक वह बेहोश नहीं हो गया। बाद में वे लोग वहां से चले गए तब वहां मौजूद सेवादार कैदियों ने उसे उठाकर उसके बैरक लेकर गए। निकिता ने इसकी शिकायत तुरंत हर्ष विहार थाने में की। वहीं पीड़ित कैदी ने पटियाला हाउस कोर्ट में जज को हाथ से लिखी हुई एक शिकायत दी।
जख्म देख एमएलसी कराने का निर्देश
पीड़ित कैदी की पत्नी निकिता ने बताया कि घटना के दूसरे दिन उसके पति की केस की सुनवाई पटियाला हाउस कोर्ट में 3 मई को मनीष खुराना की अदालत में था। सुनवाई के दौरान उनके पति गौरव ने जज के सामने शर्ट खोलकर अपने जख्म को दिखाया और सहाक जेल अधीक्षक की सारी बातें बताई। पूरे शरीर में जख्म देखकर जज साहब ने तुरंत इसकी एमएलसी कराने का निर्देश दिया और इस पर जेल अधीक्षक से जवाब भी मांगी गई।
जेल अधीक्षक के जवाब पर पलटवार
जेल अधीक्षक ने जज के निर्देश पर पीड़ित पक्ष को मंगलवार को जवाब भेजा है। जवाब में जेल प्रशासन ने गौरव के पास से कई बार नशीला पदार्थ, कई बार मोबाइल, सीम, सर्जिकल ब्लैड मिलना, किसी भी बात पर भूख हड़ताल पर चले जाना, जेल कर्मचारी से सही व्यवहार नहीं करना इत्यादि आरोप लगाए। इस पर गौरव की पत्नी ने पलटवार करते हुए बताया कि इतनी कड़ी सुरक्षा में आखिरकार जेल के अंदर इतने संदिग्ध सामान कैसे चले जाते हैं। इसमें कहीं न कहीं जेल अधिकारियों की मिलीभगत होगी।
– कौशल शर्मा