नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने द्वारका सेक्टर-14 इलाके में गत दिनों की हुई मोहम्मद दिलशाद की हत्या की गुत्थी सुलझा ली है। पुलिस ने इस मामले में मृतक की पत्नी बिलकिस और उसके प्रेमी साबिर को गिरफ्तार किया है। दोनों के अवैध संबंध थे। जिसका दिलशाद विरोध करता था। आरोपियों ने एक अन्य साथी के साथ मिलकर दिलशाद की हत्या की। हत्या के बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए महिला ने नंद नगरी थाने में पति की गुमशुदगी भी दर्ज करा दी।
पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर इनके पास से मृतक का मोबाइल फोन बरामद कर लिया है। वहीं, तीसरे रोहित की तलाश में उसके संभावित ठिकानों पर छापेमारी जारी है। डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश देव ने बताया कि गत वर्ष 29 दिसंबर को सुंदर नगरी निवासी बिलकिस ने नंद नगरी थाने में अपने पति मोहम्मद दिलशाद की गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। स्थानीय पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच की टीम भी जांच में जुटी थी।
इंस्पेक्टर आशीष दुबे की टीम को जानकारी मिलेगी कि दिलशाद की हत्या उसकी पत्नी ने अपने साथियों के साथ मिलकर करवाई थी। तुरंत आरोपियों की धरपकड़ के लिए जेसीबी मनोज पंत के नेतृत्व में इंस्पेक्टर आशीष कुमार दुबे, राजीव कक्कड़, एसआई पंकज, विनीत कुमार, अजीत सिंह, एएसआई अजय कुमार कॉन्स्टेबल ललित आदि की टीम गठित की गई।
पुलिस ने नौ जनवरी को पंचकुइयां रोड निवासी साबिर अली को गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद बिलकिस को भी दबोच लिया। आरोपी साबिर ने पुलिस को बताया कि उसके दिलशाद की पत्नी बिलकिस से सात वर्ष से संबंध थे। पहले दिलशाद भी पंचकुइयां रोड इलाके में ही रहता था। दिलशाद को जब इस बारे में पता चला तो वह पत्नी के साथ आए दिन मारपीट करने लगा। जिसके बाद बिलकिस और साबिर ने दिलशाद को रास्ते से हटानेे की योजना बनाई। साबिर ने हत्या के लिए एक लाख रुपए देकर रोहित को अपने साथ जोड़ा।
उन्होंने 27 दिसंबर को शादी पंडाल में पान की दुकान लगाने के बहाने से दिलशाद को द्वारका इलाके में बुलाया। रास्ते में साबिर और रोहित ने तार से दिलशाद का गला घोट कर हत्या कर दी। आरोपी बिकलिस घरेलू सहायिका का काम करती है, जबकि साबिर एक सैलून में काम करता है।