दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पूर्वाचल मोर्चे से जुड़े लोग जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। दरअसल केजरीवाल ने राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा था कि अगर राष्ट्रीय राजधानी में एनआरसी लागू हुआ तो सबसे पहले बीजेपी सांसद मनोज तिवारी को शहर छोड़ना होगा।
इस बयान से आहत कार्यकर्ता केजरीवाल के आवास के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि मनोज तिवारी ने भी केजरीवाल के इस बयान पर पलटवार किया था। उनका कहना था कि अरविंद केजरीवाल अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘जो लोग अन्य राज्यों से दिल्ली में आकर बसे हैं, उन्हें आप विदेशी बता रहे हैं।’
मनोज तिवारी कई बार असम की तरह राजधानी में भी एनआरसी लागू करने की मांग कर चुके हैं। उनके मुताबिक दिल्ली में बहुत से घुसपैठिए हैं, जिन्हें बाहर किया जाना चाहिए। इस सिलसिले में वे कुछ समय पहले गृहमंत्री अमित शाह से भी मिले थे। असम में 31 अगस्त को ही एनआरसी की आखिरी सूची प्रकाशित हुई है।इसमें राज्य के 19 लाख लोगों का नाम नहीं है। यानी इन्हें भारत का नागरिक नहीं माना गा है।