नई दिल्ली : कुछ साल पहले मैं भी आम आदमी था, पहले मेरे परिवार में 6 लोग थे। पार्टी बनाई तो परिवार और बढ़ा। मुख्यमंत्री बना तो मेरा परिवार दो करोड़ का हो गया। इस परिवार में कोई बीमार होता था तो तकलीफ होती थी। सरकारी स्कूल देखकर तकलीफ होती थी, इसी कारण सरकारी अस्पताल और स्कूल को ठीक किया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उक्त बातें तैमूर नगर में मृतक रूपेश गुर्जर के परिजनों के सम्मान समारोह के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि एक परिवार को बिजली-पानी का बिल भरने व बस का किराये देने के लिए कितनी मशक्कत करनी पड़ती है।
इस कारण 200 यूनिट बिजली, पानी और बस में महिलाओं का किराया मुफ्त किया। मैं खुद को दिल्ली के हर परिवार का बड़ा बेटा मानता हूं। बड़े बेटे की तरह ही पांच साल में मैंने दिल्ली का ख्याल रखा क्योंकि मुझे आम आदमी का दर्द पता है।
नियम बदलकर की रूपेश गुर्जर के परिवार की मदद
सीएम ने कहा आज हम भाई रूपेश गुर्जर के परिवार को सम्मान देने के लिए एकत्र हुए हैं। ड्रग माफिया ने उनकी हत्या कर दी थी। उनकी हत्या के बाद परिवार पर समस्याओं का पहाड़ टूट गया। उनके समाज के लोग मुझसे मिले। उन्होंने सहायता राशि के लिए कहा, बच्चों के स्कूल में दाखिले के लिए कहा, चौक का नाम रूपेश गुर्जर के नाम पर रखने को कहा और पत्नी को नौकरी देने की बात कही। अब यह सब पूरा कर दिया। इसके लिए यदि कोई नियम बदलना पड़ा तो वह भी कर दिया लेकिन परिवार की मदद की।
आम आदमी का दर्द जानता हूं तभी इतने काम किए
सीएम ने कहा कि मैं भी आम आदमी की तरह हूं। कौशांबी गाजियाबाद में रहता था। बिजली बिल, बच्चों की फीस, पानी-बिजली का बिल, मेट्रो-बस का किराया देने के लिए कितनी मशक्कत करनी पड़ती है, सब जानता हूं। भगवान न करे एक परिवार में कोई बीमार हो जाए तो इलाज के खर्च में परिवार बर्बाद हो जाता है।
मैं पूरी दिल्ली को अपना परिवार मानता हूं इसीलिए बड़े बेटे की जिम्मेदारी निभाता हूं। इसी कारण लोगों के बेहतर और मुफ्त इलाज की व्यवस्था की, दो सौ यूनिट बिजली बिल माफ किया। स्कूल बेहतर किए। बस में महिलाओं की मुफ्त यात्रा की।
हर समय दिल्ली के विकास की सोचता रहता हूं
सीएम ने कहा कि दिल्ली में अगर कहीं किसी की दुर्घटना हो जाए तो पीड़ित को पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराएं, दिल्ली सरकार उसके इलाज का पूरा खर्च उठाएगी। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के बाद पहले एक घंटे में इलाज मिलने पर 80 फीसद बचने के चांस होते हैं।
हमें पता है कि नौकरी के लिए लोग निकलते है, दिल्ली का ट्रैफिक और माहौल खराब है। इस कारण दुर्घटना पर निजी अस्पताल में मुफ्त इलाज की योजना बनाई। इन सब का श्रेय दिल्ली के लोगों को जाता है। सीएम ने कहा जब से दिल्ली वालों ने मुझे सीएम की जिम्मेदारी दी है तभी से पूरी दिल्ली को आगे बढ़ाने में लगा हूं।
केजरीवाल ने मृतक रूपेश की पत्नी को दी नौकरी
ड्रग माफिया के खिलाफ लड़कर जान गंवाने वाले रूपेश गुर्जर के लिए तैमूर नगर में आयोजित सम्मान समारोह में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शामिल हुए। रविवार को आयोजित इस कार्यक्रम में केजरीवाल ने रूपेश की पत्नी मोनू को वक्फ बोर्ड में नौकरी का नियुक्ति पत्र दिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बड़े बेटे की तरह मैंने पांच साल में दिल्ली का ख्याल रखा, क्योंकि मुझे आम आदमी का दर्द पता है।
केजरीवाल ने कहा कि रूपेश गुर्जर बहादुरी के साथ नशा बेचने वालों के खिलाफ लड़ रहे थे। ड्रग माफिया ने उनकी हत्या कर दी। ऐसे लोग बहुत कम होते हैं जो समाज के लिए जान देते हैं। वरना लोग सोचते हैं कि मुझे क्या करना, मुझे क्या पड़ी है। लेकिन समाज में कुछ लोग होते हैं जो बहादुरी के साथ लड़ते है, वह जान की परवाह नहीं करते।
रूपेश गुर्जर उनमें से ही एक थे। उनकी हत्या के बाद परिवार पर समस्याओं का पहाड़ टूट गया। बता दें वर्ष 2018 में रूपेश गुर्जर की नशा बेचने वाले माफिया ने हत्या कर दी थी। इस दौरान दोनों बच्चे और रूपेश के भाई उमेश भी मौजूद थे।