पटना : भाजपा के प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि बिहार कांग्रेस ने राहुल गाँधी के सम्मान में लगाये गए पोस्टर में जिस तरह से अपने नेताओं की तस्वीरों पर जाति का नाम चस्पा कर पटना में होर्डिंग लगाये हैं उससे कांग्रेस का जातिवादी चेहरा उजागर हो गया है। कांग्रेस ने देश की आजादी के बाद से ही देश में न सिर्फ जातिवाद फैलाने में योगदान दिया बल्कि धार्मिक तुष्टिकरण की आग में देश की जनता को झोंक दिया।
कांग्रेस का वजूद जातिवाद, धार्मिक तुष्टिकरण, परिवारवाद और भ्रष्टाचार पर टिका है और उनके बिना वह टिक ही नहीं सकती क्योकि कांग्रेस की न कोई विचारधारा बची है और न ही जमीनी धरातल पर पार्टी संगठन का कोई नमो-निशान बचा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बहदवास नज़र आ रहे है और यही कारण है कि कांग्रेस के प्रवक्ता राहुल गाँधी को कभी जनेऊधारी ब्राह्मण बताते है तो कभी कहते हैं कि उनके भीतर ब्राह्मण डीएनए मौजूद है। यही नहीं कांग्रेस राहुल गाँधी को जबरन धार्मिक स्थलों पर फोटो खींचने के लिए सोमनाथ, कैलाश मानसरोवर आदि जगहों पर भेज रही है।
बिहार कांग्रेस के इन जातिवादी पोस्टरों पर चुनाव आयोग को संज्ञान लेना चाहिए। कांग्रेस के चल- चरित्र- चेहरे में जो निरंतर गिरावट आई है उसी को भांपकर देश की आजादी के बाद महात्मा गाँधी जी ने कांग्रेस को भंग करने की इच्छा जताई थी, जो आज सत्य साबित हो गया है। सार्वजानिक तौर पर जातिवाद एवं धार्मिक तुष्टिकरण फैलाकर देश में विद्वेष पैदा करने के लिए कांग्रेस के नेता राहुल गाँधी को बिहार और देश की जनता से माफ़ी मांगनी चाहिए।