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राहुल गांधी ने भाजपा पर साधा निशाना, कहा-जो लोग सच्चाई से डरते हैं वे ईमानदार पत्रकारों को गिरफ्तार करते हैं

कांग्रेस ने रविवार को सिंघू बार्डर से एक स्वतंत्र पत्रकार की गिरफ्तारी को लेकर भाजपा नीत केंद्र सरकार को आड़े हाथ लिया।

कांग्रेस ने रविवार को सिंघू बार्डर से एक स्वतंत्र पत्रकार की गिरफ्तारी को लेकर भाजपा नीत केंद्र सरकार को आड़े हाथ लिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने कहा कि जो लोग सच्चाई से डरते हैं वे ईमानदार पत्रकारों को गिरफ्तार करते हैं।अधिकारियों ने बताया कि मनदीप पुनिया को रविवार को सिंघू सीमा पर किसान प्रदर्शन स्थल पर पुलिसकर्मयों के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार करने के लिए गिरफ्तार किया गया।पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पत्रकार के खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया है और पत्रकार को गिरफ्तार कर लिया गया है। 
इससे एक दिन पहले एक पत्रकार को हिरासत में लिया गया था।इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया जताते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने हिंदी में ट्वीट किया, ‘‘जो लोग सच्चाई से डरते हैं वे ईमानदार पत्रकारों को गिरफ्तार करते हैं।’’उन्होंने एक वीडियो भी टैग किया जिसमें सीमा पर स्थित विरोध स्थल पर पुनिया को पुलिस द्वारा पकड़ते दिखाया गया है।कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने कहा कि किसानों के आंदोलन को कवर करने वाले पत्रकारों को गिरफ्तार किया जा रहा है, उनके खिलाफ मामले दर्ज किए जा रहे हैं और कई जगहों पर इंटरनेट बंद किया जा रहा है।
उन्होंने हिंदी में किये गए एक ट्वीट में कहा, ‘‘भाजपा सरकार किसानों की आवाज को कुचलना चाहती है, लेकिन वे भूल गए हैं कि आप जितना अधिक दबाएंगे, आपके अत्याचारों के खिलाफ आवाजें उतनी ही उठेंगी।’’कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री मोदी को संबोधित एक ट्वीट में कहा कि किसानों पर हमले को उजागर करने वाले पत्रकारों के खिलाफ भाजपा के इशारे पर झूठे मामले दर्ज करने और विरोध स्थलों पर मोबाइल इंटरनेट बंद करके, ‘‘आप किसानों का आंदोलन दबा नहीं पाएंगे और देश की आवाज़ को बंद नहीं कर पाएंगे।
’’कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने एक संवाददाता सम्मेलन में सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह किसानों के विरोध का 70वां दिन है और उन्हें एक ‘‘असंवेदनशील, अड़ियल और जिद्दी सरकार द्वारा सीमाओं पर बैठने के लिए मजबूर किया गया है जिसने खुद खाइयां खोदी और किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से मना किया।’’उन्होंने पत्रकार की गिरफ्तारी की आलोचना करते हुए कहा, ‘‘जो कोई भी उनकी दुर्दशा, उनके दर्द को दिखाने की कोशिश करता है, चाहे वह सामाजिक जीवन, राजनीतिक जीवन से जुड़े लोग हों या पत्रकार, यह सरकार उनके पीछे पड़ जाती है। 
मनदीप पुनिया नाम के एक युवा पत्रकार को गिरफ्तार किया गया था और उन्हें उनके वकील से पहुंचने से पहले ही मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया।श्रीनेत ने कहा, ‘‘हम अपने सांसद शशि थरूर या मृणाल पांडे, राजदीप सरदेसाई, विनोद जोस, जफर आगा, परेश नाथ और अनंत नाथ के खिलाफ दर्ज किए गए राजद्रोह के मामलों की कड़ी निंदा करते हैं।’’उन्होंने कहा, ‘‘हम इसकी निंदा करते हैं क्योंकि ये ऐसे लोग हैं जो किसान का असली चेहरा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं, जो किसान की दुर्दशा को प्रकाश में लाने की कोशिश कर रहे हैं और उनके साथ खड़े होने और उन्हें ईमानदारी से अपना काम करने देने के बजाय, यह सरकार उनके पीछे पड़ जाती है।’’
गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा पर भ्रामक ट्वीट को लेकर थरूर और छह पत्रकारों के खिलाफ पुलिस ने मामले दर्ज किये हैं, ये मामले उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे भाजपा शासित राज्यों में दर्ज किये गए हैं।श्रीनेत ने कहा कि हर गुजरते दिन के साथ लोकतंत्र को ‘‘कमजोर’’ किया जा रहा है और संस्थानों को ‘‘नष्ट’’ किया जा रहा है।तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने और फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन प्रणाली को कानूनी गारंटी देने की मांग को लेकर हजारों किसान नवंबर के अंत से दिल्ली में कई सीमा बिंदुओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इनमें अधिकतर किसान हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के हैं।
तीनों कानूनों को केंद्र द्वारा कृषि क्षेत्र में बड़े सुधारों के रूप में पेश किया गया है जो बिचौलियों को हटा देंगे और किसानों को देश में कहीं भी अपनी उपज बेचने की अनुमति देंगे।हालांकि, प्रदर्शनकारी किसानों ने आशंका व्यक्त की है कि नए कानून एमएसपी और थोक बाजार प्रणाली को खत्म करने का मार्ग प्रशस्त करेंगे और उन्हें बड़े कॉर्पोरेट की दया पर छोड़ देंगे।

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