मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा कि ऐसा लगता है कि जैसे अहम मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए इस मुद्दे की शुरुआत की गई है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि मीटू की कैंपेन पेट्रोल-डीजल की कीमतों, बेरोजगारी और रुपये की गिरती कीमतों से ध्यान भटकाने के लिए किया गया है। अगर किसी भी महिला के साथ मीटू जैसा कुछ भी हुआ है तो वह मनसे के पास आ सकती हैं, हम आरोपियों को सबक सिखाएंगे. महिलाएं शोषण का सामना करती हैं तो उन्हें तुरंत आवाज उठानी चाहिए न कि 10 साल बाद।
अमरावती में मनसे प्रमुख ने नाना पाटेकर पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर कहा कि मैं नाना पाटेकर को जानता हूं। वह अभद्र आदमी हैं, वह बेवकूफाना हरकते करते हैं, मगर मुझे नहीं लगता है कि वह इस तरह की हरकत कर सकते हैं। इस मामले को कोर्ट देखेगी, इसमे मीडिया का क्या लेना-देना है। मी टू एक गंभीर मुद्दा है, ऐसे में ट्विटर पर इस मुद्दे को लेकर बहस करना बिल्कुल भी सही नहीं है। गौरतलब है कि मीटू अभियान के तहत अभिनेत्री तनुश्री दत्ता ने नाना पाटेकर पर यौन शोषण का आरोप लगाया है।
गौरतलब है कि मीटू अभियान के तहत कई फिल्म स्टार के नाम भी सामने आए हैं, जिन पर अलग-अलग महिलाओं ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। वहीं, केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर को भी मीटू के तहत लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद ही अपने पद पर से इस्तीफा देना पड़ा है।