केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि दिल्ली में पेय जल की खराब गुणवत्ता पर सभी दलों को एक साथ आना चाहिए और इस पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए।
दिल्ली में पानी की गुणवत्ता पर भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) की रिपोर्ट को गलत बताने पर पासवान ने कहा कि इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। वह पानी की गुणवत्ता पर जांच के लिए दो तीन वरिष्ठ अधिकारियों को नियुक्त करेंगे और दिल्ली सरकार भी दो-तीन अधिकारियों को नियुक्त करे। ये सभी अधिकारी दिल्ली के किसी भी इलाके में पानी की गुणवत्ता की जांच कर जो रिपोर्ट देंगे उसको सार्वजनिक किया जाएगा। पानी जीवन के लिए सबसे महत्वपूर्ण है इसकी खराब गुणवत्ता से कई बीमारियां होती है इसलिए इस मुद्दे पर सभी को एक साथ आना चाहिए।
उन्होंने कहा कि विभिन्न मंत्रालयों का कार्यभार संभालने के दौरान किसी राज्य के मुख्यमंत्री, सांसद या कोई भी जनप्रतिनिधि इस बात की शिकायत नहीं कर सकता हैं कि वह आम लोगों के हितों से जुड़े मुद्दों पर राजनीति करते हैं। सरकार की पहल पर 21 राज्यों की पानी की गुणवत्ता की जांच की गई जिसमें सबसे अच्छा पेयजल महाराष्ट्र का रहा जबकि दिल्ली की गुणवत्ता सबसे निम्न स्तर की है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दिल्ली का कोई भी विधायक नहीं कह सकता है कि उनके इलाके में साफ पेयजल आता है। इस मुद्दे पर सभी राजनीतिक दलों को एक साथ आना चाहिए ताकि देश के सभी लोगों को स्वच्छ पेयजल मिल सके। बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पानी की गुणवत्ता पर आई बीआईएस की रिपोर्ट को गलत करार दिया था।