आम आदमी पार्टी (आप) के शीर्ष नेतृत्व से नाराज चल रही चांदनी चौक से विधायक अल्का लांबा के मंगलवार को सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद उनकी कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें तेज हो गईं। अल्का लांबा का लंबे समय से आप के शीर्ष नेतृत्व से मतभेद चल रहा है और वह कई मुद्दों पर पार्टी से असहमति भी जता चुकी हैं।
विधायक आज सुबह में कांग्रेस की अंतिरम अध्यक्ष के आवास 10 जनपथ पहुंची। इसके बाद राजनीति हल्कों में उनके कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों ने जोर पकड़ लिया है। दिल्ली में अगले वर्ष के शुरू में विधानसभा चुनाव होने हैं। वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में आप ने 70 में से 67 सीटें जीतकर राजनीतिक पंडितों के सभी अनुमान झुठला दिए थे।
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मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मतदाताओं को एक बार फिर पार्टी की तरफ खींचने के लिए हाल ही बिजली और पानी को लेकर कई लोक लुभावनी घोषणाएं भी की हैं। इन घोषणाओं को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस ने महज चुनावी स्टंट करार दिया है।
विधायक ने अगस्त माह में कहा था कि वह आप की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देना चाहती हैं और अगला विधानसभा चुनाव निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़गीं। इस वर्ष हुए आम चुनाव में आप की हालत पतली रही थी। अलका लांबा ने आम चुनाव में पार्टी की तरफ से प्रचार अभियान में हिस्सा भी नहीं लिया था। इससे पहले भी पार्टी के कई विधायक इस्तीफा दे चुके हैं।