झारखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने शनिवार को मिशनरी ऑफ चैरिटी द्वारा संचालित निर्मल हृदय सहित 35 आश्रय गृहों को बंद करने की सिफारिश की। यह सिफारिश राज्य में गैर-सरकारी संगठनों द्वारा संचालित आश्रय गृहों के बच्चों की अवैध बिक्री में शामिल होने के आरोपों के संदर्भ में आई है।
जून में सामने आए आरोपों में कहा गया कि निर्मल हृदय संतानहीन जोड़ों को चार बच्चे बेचने में शामिल है। रांची पुलिस ने निर्मल हृदय की एक नन और एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया था। पहली बार सामने आए आरोपों के बाद आयोग ने राज्य में 126 आश्रय गृहों की जांच शुरू की थी।
आयोग की अध्यक्ष आरती कुजुर ने तीन टीमें गठित की थी, जिनमें से एक का नेतृत्व उनके द्वारा किया गया। कुजुर ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘आश्रय गृहों से बरामद दस्तावेजों के आधार पर आयोग ने 35 आश्रय गृहों को बंद करने की संस्तुति की है और 24 आश्रय गृहों को उनकी स्थिति में सुधार लाने के लिए कहा गया है।’