इंदौर : लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन ने कहा कि नदी जोड़ो अभियान पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का सपना था और इसे मध्यप्रदेश में साकार किया जा रहा है। श्रीमती महाजन ने इंदौर के समीप देपालपुर में मालवांचल की महत्वाकांक्षी नर्मदा मालवा गंभीर नदी लिंक परियोजना के पहले चरण का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और अन्य जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे। श्रीमती महाजन ने कहा कि राज्य में सिंचाई के संसाधन बढ़ाकर समृद्धि की ओर कदम बढ़ाए जा रहे हैं। श्री वाजपेयी चाहते थे कि देश की विभिन्न नदियों को आपस में जोड़े जाए।
ऐसा होने पर सिंचाई के साधन बढ़ेंगे और सूखे की समस्या से भी निपटने में मदद मिल सकती है। इस कार्य को राज्य सरकार ने हाथ में लिया और काफी तेजी से अमल किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार ने गरीबों, किसानों और अन्य वर्गों के हित में अनेक योजनाएं बनायी हैं। इनका सफल क्रियान्वयन भी किया जा रहा है। सरकार की प्राथमिकता सिंचाई रकबे को बढाना है।
राज्य के मालवांचल को हरा-भरा बनाने के लिये अब नर्मदा-पार्वती और नर्मदा-कालीसिंध परियोजना का काम भी शुरू किया जा रहा है। आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि मालवांचल के गंभीर जलसंकट के स्थाई समाधान के लिये वर्ष 2012 में मालवा की क्षिप्रा, गंभीर, कालीसिंध और पार्वती नदी कछारों तक नर्मदा जल पहुंचाने के संकल्प को साकार किया जा रहा है। इस संकल्प के रूप में नर्मदा मालवा लिंक महाभियान के रूप में क्रियान्वित किया जा रहा है।
नर्मदा क्षिप्रा सिंहस्थ लिंक योजना के बाद नर्मदा मालवा गंभीर लिंक दूसरी महत्वपूर्ण योजना है। नर्मदा मालवा लिंक अभियान के आगामी लक्ष्यों में नर्मदा पार्वती और नर्मदा काली सिंध पर भी कार्य आरंभ किया जा रहा है। नर्मदा मालवा गंभीर लिंक परियोजना से इंदौर तथा उज्जैन जिलों में 50 हजार 775 हेक्टेयर सिंचाई क्षमता निर्मित हो रही है। इंदौर तथा उज्जैन जिलों की 7 तहसीलों के 164 गांवों का 50 हजार 775 हेक्टेयर रकबा सिंचित होगा। परियोजना निर्माण की लागत 2187 करोड़ रुपए है।