बिहार और उत्तर प्रदेश में आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा में सरकार की अधिसूचना के बाद से आंदोलन कर रहे छात्रों के विरोध प्रदर्शन का समर्थन करते हुए और पुलिस द्वारा बिहार व उत्तर प्रदेश में छात्रों की बर्बरता से हुई पिटाई के खिलाफ आज कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई ने शास्त्री भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। दिल्ली में हुए प्रदर्शन में सैंकड़ों छात्र और कार्यकर्ता शामिल हुए। विरोध प्रदर्शन की अगुवाई राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने की वहीं उनके साथ अन्य कार्यकर्ताओं ने इसके खिलाफ रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव का पुतला फूंका। हालांकि प्रदर्शनकरी जब रेल मंत्रालय की तरफ जाने लगे तो पुलिस ने कार्यकर्ताओं को रोक दिया, वहीं कुछ कार्यकर्ताओं को पुलिस ने डिटेन भी किया।
छात्रों से बिना बातचीत करें थोपें जा रहे नए नियम : नीरज कुंदन
एनएसयूआई राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने कहा कि, छात्रों को पहले ही महामारी के कारण काफी नुकसान उठाना पड़ा है, इसपर सरकार को खास ध्यान देने की जरूरत थी पर सरकार लापरवाह रही, संबंधित छात्रों से बिना बातचीत करे नए नियम थोपे जा रहे हैं, जिसका विरोध करने पर उन्हें बर्बरता से पीटा गया। सीबीटी 2 ग्रुप डी के 1,40,000 पद 2019 से खाली पड़े हैं, सरकार पहले तो परीक्षा नहीं करवाती, परीक्षा होती भी है तो पेपर लीक हो जाता है, पेपर लीक नहीं होता तो नजीते नहीं आते और नतीजे आ भी जाएं तो नियुक्ती नहीं मिलती, सरकार रोजगार उपलब्ध करवाने में पूरी तरह से विफल रही है।
छात्रों और टीचर्स पर की गई एफआईआर वापस ले सरकार : एनएसयूआई
एनएसयूआई ने मांग की है कि प्रदर्शनकारी छात्रों व टीचर्स पर की गई एफआईआर वापस ली जाए। वहीं सरकार को छात्रों से बैठकर बात करनी चाहिए व उनकी समस्याओं का निवारण किया जाए। गौरतलब है की आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा के अधिसूचना आने के बाद से उत्तर प्रदेश और बिहार के छात्र प्रदर्शन कर रहे है हाल ही में छात्रों ने आक्रोश में आकर बिहार में ट्रेन के दो डिब्बों में भी आग लगा दी थी।